
नई दिल्ली, 6 अक्टूबर (Udaipur Kiran News) । मलेरिया-डेंगू के बढ़ते मामलों के बीच दिल्ली नगर निगम (एमसीडी) के जन-स्वास्थ्य विभाग के डोमेस्टिक ब्रीडिंग चेकर्स (डीबीसी), कॉन्ट्रैक्ट फील्ड वर्कर्स (सीएफडब्ल्यू) और मल्टी-टास्किंग स्टाफ (एमटीएस) कर्मचारियों की अनिश्चितकालीन हड़ताल सोमवार को आठवें दिन भी जारी रही। आज सिविक सेंटर स्थित एमसीडी मुख्यालय के बाहर आम आदमी पार्टी (आआपा) के सभी पार्षदों के साथ नेता प्रतिपक्ष अंकुश नारंग ने इन कर्मचारियों की जायज मांगों के समर्थन में प्रदर्शन किया। उन्होंने सरकार से तत्काल कार्रवाई की मांग की।
अंकुश नारंग ने कहा कि ये पांच हजार से अधिक कर्मचारी 29 सितंबर से सड़कों पर हैं, लेकिन सरकार ने अब तक कोई ठोस कदम नहीं उठाया।
नारंग ने बताया कि इन कर्मचारियों की मुख्य मांगें स्थायी नौकरी, समान वेतनमान, मेडिकल लीव, अर्जित अवकाश और मृतक कर्मचारियों के परिजनों को नौकरी शामिल हैं। उन्होंने कहा कि डीबीसी एवं सीएफडब्ल्यू कर्मचारी दिल्लीवासियों की सेवा में 25-30 साल से लगे हैं, मच्छरों की रोकथाम से लेकर टैक्स कलेक्शन तक सब कुछ करते हैं, फिर भी इन्हें न्यूनतम मजदूरी पर रखा गया है।
नारंग ने सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि अगर ये हड़ताल लंबी चली तो मौसमी बीमारियां और फैलेंगी, जिससे जनता को दिक्कतों का सामना करना पड़ सकता है। उन्होंने कहा कि दिल्लीवासी उम्मीद कर रहे हैं कि जल्द समाधान निकले, वरना स्वास्थ्य संकट गहरा सकता है।
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(Udaipur Kiran) / माधवी त्रिपाठी
