
कठुआ 07 जुलाई (Udaipur Kiran) । सरकारी डिग्री कॉलेज बनी ने आर्ट ऑफ लिविंग फाउंडेशन के सहयोग से परिवर्तनकारी 7 दिवसीय युवा नेतृत्व प्रशिक्षण कार्यक्रम का सफलतापूर्वक समापन किया। कार्यशाला का उद्देश्य अनुभवात्मक शिक्षा के माध्यम से नेतृत्व कौशल, भावनात्मक लचीलापन और समग्र कल्याण के साथ युवाओं को सशक्त बनाना था, जिसमें सिग्नेचर सुदर्शन क्रिया तकनीक भी शामिल है।
इस अवसर पर मुख्य अतिथि के रूप में शांतमनु आईएएस वित्त आयुक्त और अतिरिक्त मुख्य सचिव उच्च शिक्षा विभाग जम्मू कश्मीर और विशेष मुख्य अतिथि, डॉ रामेश्वर सिंह विधायक बनी ने समापन समारोह की शोभा बढ़ाई। अन्य गणमान्य व्यक्तियों में संदीप कुमार एसडीएम बनी और प्रद्युम्न अत्री तहसीलदार बनी, एसडीपीओ बनी अमीन भट और एसएचओ बनी शामिल थे। कार्यक्रम की शुरुआत जीडीसी बनी के प्रिंसिपल डॉ. मनोहर लाल के परिचयात्मक भाषण से हुई, जिन्होंने गणमान्य व्यक्तियों का स्वागत किया और उनकी उपस्थिति के लिए हार्दिक आभार व्यक्त किया। प्रिंसिपल ने समग्र छात्र विकास को बढ़ावा देने के लिए कॉलेज द्वारा आयोजित की जा रही विभिन्न शैक्षणिक और सह-पाठयक्रम गतिविधियों पर भी प्रकाश डाला। कार्यक्रम के दौरान प्रतिभागियों ने नेतृत्व-निर्माण अभ्यास, तनाव-प्रबंधन तकनीक और सामुदायिक जागरूकता गतिविधियों में भाग लिया। प्रशिक्षण का एक प्रमुख आकर्षण सुदर्शन क्रिया थी, जिसे छात्रों से अत्यधिक सकारात्मक प्रतिक्रिया मिली। कई प्रतिभागियों ने अपने व्यक्तिगत अनुभव साझा किए, जिसमें मानसिक स्पष्टता, भावनात्मक स्थिरता और बेहतर फोकस पर जोर दिया गया। अपने संबोधन के दौरान डॉ रामेश्वर सिंह ने आर्ट ऑफ लिविंग के साथ अपने स्वयं के जुड़ाव के बारे में बात की और छात्रों को ऐसे जीवन-वर्धक कार्यक्रमों में सक्रिय रूप से भाग लेने के लिए प्रेरित किया। उन्होंने युवाओं को एक प्रगतिशील और शांतिपूर्ण समाज के निर्माण में नेतृत्व की भूमिका निभाने के लिए प्रोत्साहित किया। अपने समापन भाषण में, शांतमनु आईएएस ने कार्यक्रम के सफल निष्पादन के लिए आयोजन टीम और प्रतिभागियों को बधाई दी। उन्होंने इस पहल की सराहना करते हुए इसे जिम्मेदार और लचीले भविष्य के नेताओं को विकसित करने की दिशा में एक कदम बताया और आश्वासन दिया कि इस तरह के कार्यक्रमों को क्षेत्र के शैक्षणिक संस्थानों में समर्थन और विस्तार दिया जाएगा। समारोह का समापन मुख्य अतिथि और विशेष अतिथि द्वारा सभी प्रतिभागियों को प्रमाण पत्र वितरित करने के साथ हुआ।
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(Udaipur Kiran) / सचिन खजूरिया
