
शिमला, 19 अगस्त (Udaipur Kiran) । हिमाचल प्रदेश के मेलों में सांस्कृतिक कार्यक्रमों पर सरकार ने बीते वर्ष से 31 जुलाई 2025 तक 43,66,090 रुपये की धनराशि आवंटित की है। यह जानकारी उप मुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री ने मंगलवार को विधानसभा में प्रश्नकाल के दौरान विधायक केवल सिंह पठानिया के सवाल के जवाब में दी।
उप मुख्यमंत्री ने बताया कि इस अवधि में प्रदेशभर के मेलों में कुल 5850 स्थानीय कलाकारों को 4,83,49,982 रुपये मानदेय के रूप में प्रदान किए गए। उन्होंने कहा कि स्थानीय मेला समितियां अपने स्रोतों और अनुदान से ही कलाकारों को मानदेय देती हैं।
अग्निहोत्री ने कहा कि प्रदेश सरकार ने मेलों में स्थानीय कलाकारों को प्राथमिकता देने के स्पष्ट दिशा-निर्देश पहले से जारी कर रखे हैं। उन्होंने कहा कि हिमाचल देवभूमि है और यहां के मेले देव आस्था से जुड़े हुए हैं। इसलिए सांस्कृतिक कार्यक्रमों में स्थानीय कलाकारों को महत्व दिया जाता है और हर मेले में उनके लिए एक “स्टार नाइट” आयोजित करने का प्रावधान भी किया गया है।
उन्होंने कहा कि रामपुर का लवी मेला, कुल्लू का अंतरराष्ट्रीय दशहरा, चंबा का मिंजर और मंडी की शिवरात्रि जैसे बड़े मेलों में देश-विदेश से कलाकार भाग लेने आते हैं। ऐसे आयोजनों में स्थानीय प्रशासन को काफी दिक्कतों का सामना भी करना पड़ता है। उप मुख्यमंत्री ने स्पष्ट किया कि यदि प्रशासन पर अत्यधिक बंदिशें लगाई जाएंगी तो ऐसे बड़े मेलों के आयोजन में कठिनाइयां और बढ़ जाएंगी।
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(Udaipur Kiran) / उज्जवल शर्मा
