
जयपुर, 20 जून (Udaipur Kiran) । आगामी मानसून सत्र को देखते हुए राजस्थान सरकार ने बाढ़ और जलभराव से उत्पन्न होने वाली किसी भी आपदा से निपटने के लिए अपनी कमर कस ली है। राज्य आपदा प्रतिसाद बल (एसडीआरएफ) ने 57 विशेष रेस्क्यू टीमों को आपदा राहत उपकरणों से लैस कर राज्य के 32 संभावित बाढ़ प्रभावित जिलों के लिए रवाना कर दिया है। यह कदम नागरिकों की सुरक्षा सुनिश्चित करने और किसी भी आपात स्थिति में तत्काल सहायता प्रदान करने के उद्देश्य से उठाया गया है।
राज्य आपदा प्रतिसाद बल के कमांडेंट राजेन्द्र सिंह सिसोदिया ने इस संबंध में जानकारी देते हुए बताया कि मानसून के दौरान अत्यधिक वर्षा से जलभराव, नदियों और जलाशयों में पानी का स्तर बढ़ने से बाढ़ की स्थिति उत्पन्न हो सकती है। ऐसे में एसडीआरएफ की टीमें लोगों को बचाने और फंसे हुए नागरिकों तक पहुंचने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती हैं। उन्होंने बताया कि एसडीआरएफ का आदर्श वाक्य आपदा सेवार्थ कटिबद्धता है, जिसे उनकी टीमें पूरी तरह से चरितार्थ करने के लिए प्रतिबद्ध हैं।
18 जून से राज्य में मानसून के सक्रिय होने की संभावना को देखते हुए एसडीआरएफ की सभी कंपनियों से कुल 57 रेस्क्यू टीमों का गठन किया गया है। इन टीमों को विशेष रूप से प्रशिक्षित किया गया है और वे अत्याधुनिक आपदा राहत उपकरणों से सुसज्जित हैं। कमांडेंट सिसोदिया ने सभी रेस्क्यू टीमों को स्टैंडर्ड ऑपरेटिंग प्रोसीजर (एसओपी) का सख्ती से पालन करने, पूर्ण कौशल और क्षमता के साथ बचाव कार्य करने और नागरिकों के जीवन को प्राथमिकता देने के निर्देश दिए हैं।
राजेन्द्र सिंह सिसोदिया ने बताया कि 57 टीमों को जयपुर ग्रामीण (04), जयपुर आयुक्तालय (03), अलवर (01), दौसा (01), कोटा शहर (02), बारां (02), झालावाड़ (02), भरतपुर (04), धौलपुर (02), करौली (02), सवाईमाधोपुर (02), उदयपुर (02), अजमेर (03), भीलवाड़ा (02), टोंक (02), जोधपुर (03), बीकानेर (02), बांसवाड़ा (02) सहित कुल 32 जिलों में तैनात किया गया है।
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(Udaipur Kiran)
