
बीकानेर, 21 सितंबर (Udaipur Kiran News) । श्री चिंतामणि जैन मंदिर प्रन्यास के तत्वावधान में सकल श्रीसंघ के सहयोग से गणिवर्य मेहुल प्रभ सागर व साध्वी दीपमाला श्रीजी आदिठाणा के सान्निध्य में भारतीय पुरात्व विभाग की ओर से संरक्षित 12 वीं शताब्दी में बने भांडाशाह जैन मंदिर में 511 वां ध्वजा उत्सव मंगलवार को सुबह सात बजे स्नात्र पूजा, 18 अभिषेक के साथ मनाया जाएगा।
श्री चिंतामणि जैन मंदिर प्रन्यास के अध्यक्ष हरीश नाहटा ने बताया कि तीन मंजिला यह मंदिर जैन धर्म के पांचवें तीर्थंकर भगवान सुमति नाथ को समर्पित है। मंदिर का निर्माण का कार्य विक्रम संवत् 1468 में शुरू हुआ था, जिसे भांडाशाह ओसवाल जैन की पुत्री ने 1541 में पूरा करवाया। इसके निर्माण के समय नींव में देशी घी का उपयोग किया गया था। उन्होंने बताया कि मंदिर का निर्माण लाल बालुआ पत्थर से किया गया है, जिसकी दीवारों, गर्भगृह स्तम्भों और रंग मंडप पर सुन्दर चित्रकारी और पीले पत्थर पर नक्काशी की गई है। दीवारों पर 24 तीर्थंकरों के जीवन दर्शाने वाले भित्ति चित्र है।
नाहटा ने बताया कि 541 वर्ष प्राचीन इस मंदिर में 18 अभिषेक में विभिन्न कुओं का जल व जड़ीबुटियों का उपयोग किया जाएगा। उन्होंने बताया कि भूतल से करीब 108 फीट ऊंचाई पर स्थित गुम्बज पर अहमदाबाद आदि स्थानों से लाई गई नई ध्वजाओं को शुद्धिकरण व मंत्र जाप के साथ पुरानी ध्वजाओं के स्थान पर बदला जाएगा।
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(Udaipur Kiran) / राजीव
