
मीरजापुर, 9 अक्टूबर (Udaipur Kiran News) । जिला पंचायत सभागार में गुरुवार को राहत आयुक्त कार्यालय के निर्देश पर सर्पदंश न्यूनीकरण विषयक कार्यशाला आयोजित की गई, जिसमें जनपद के 50 चिकित्सकों को प्रशिक्षित किया गया। कार्यक्रम का संचालन जिला आपदा विशेषज्ञ अंकुर गुप्ता ने किया। कार्यशाला का मार्गदर्शन जिलाधिकारी पवन कुमार गंगवार, एडीएम (वि/रा) अजय कुमार सिंह और मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ. सी.एल. वर्मा ने किया।
कार्यशाला में बताया गया कि जनपद में वर्ष 2023-24 में 20, 2024-25 में 17 तथा चालू वित्तीय वर्ष में अब तक 14 लोगों की सर्पदंश से मृत्यु हो चुकी है। राहत आयुक्त भानु चंद्र गोस्वामी के निर्देशन में राज्य के 18 संवेदनशील जनपदों में क्लिनिकल और नॉन-क्लिनिकल प्रशिक्षण कार्यक्रम संचालित किए जा रहे हैं।
मास्टर ट्रेनर डॉ. मनिंदर सिंह, डॉ. श्वेता सिंह और डॉ. अनूप सिंह ने विषैले व गैर-विषैले सर्पों की पहचान, प्रारंभिक उपचार और जागरूकता के तरीकों पर विस्तृत जानकारी दी। उन्होंने कहा कि हर सर्पदंश जानलेवा नहीं होता, लेकिन समय पर सही पहचान और उपचार से जीवन बचाया जा सकता है।
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(Udaipur Kiran) / गिरजा शंकर मिश्रा
