
जयपुर, 3 अगस्त (Udaipur Kiran) । गुलाबी नगर की 300 साल पुरानी विरासत अब जर्जर हालात में खड़ी है। बारिश के दौरान हादसों से बचाव के लिए नगर निगम हेरिटेज ने पुराने और खतरनाक हो चुके भवनों के खिलाफ सख्त अभियान शुरू कर दिया है। हाल ही में किए गए सर्वे में निगम ने चारदीवारी क्षेत्र में 60 से अधिक ऐसे भवन चिन्हित किए हैं, जो खराब हालत में हैं, जिनमें से 50 भवन अत्यंत जर्जर स्थिति में पाए गए हैं और कभी भी गिर सकते हैं।
इन इमारतों को लेकर निगम ने नोटिस देने, सील करने और ध्वस्तीकरण की प्रक्रिया शुरू कर दी है। हेरिटेज निगम की विजिलेंस विंग के डिप्टी कमिश्नर पुष्पेंद्र सिंह राठौड़ ने बताया कि निगम ने चारों जोनों में खतरनाक इमारतों की पहचान के लिए एक विशेषज्ञ समिति बनाई है। इस समिति ने पहले चरण में किशनपोल जोन की 8 इमारतों को चयनित किया है, जिन्हें सील किया जा चुका है। सोमवार से इनमें से तीन बेहद खतरनाक भवनों को तोड़ने की कार्रवाई शुरू की जाएगी, जिसके लिए सतर्कता शाखा ने पूरी तैयारी कर ली है।
इन जर्जर भवनों की दुर्दशा के पीछे एक बड़ी वजह मकान मालिक और किराएदारों के बीच वर्षों पुराने विवाद हैं। अधिकांश मामलों में मकान मालिक किराएदारों से मकान खाली करवाना चाहते हैं, जबकि किराएदार वर्षों से उसी हालत में रह रहे हैं। नतीजतन, भवनों की मरम्मत या नवीनीकरण नहीं हो पा रहा और वे खतरनाक स्थिति में पहुंच गए हैं। कई मामले तो अदालत में लंबित हैं, जिससे न तो मकान का उपयोग हो पा रहा है और न ही उन्हें सुरक्षित बनाया जा सका है।
स्वायत्त शासन विभाग के निर्देश पर नगर निगम हेरिटेज द्वारा गठित विशेष टीम ने चारदीवारी क्षेत्र में अब तक 50 से अधिक खस्ताहाल भवन चिन्हित किए हैं, जिनमें से अधिकांश किशनपोल जोन में स्थित हैं। इन भवनों में आज भी लोग निवास कर रहे हैं, जिससे मानसून के दौरान अनहोनी की आशंका बनी रहती है। निगम द्वारा लगातार लोगों को समझाइश देकर ऐसे भवन खाली करवाए जा रहे हैं, साथ ही चेतावनी स्वरूप उन्हें सील भी किया जा रहा है।
गौरतलब है कि चारदीवारी क्षेत्र के अधिकांश भवन 100 से 200 साल पुराने हैं और इनकी संरचना अब बेतरतीब होती जा रही है। ऐसे में नगर निगम की यह सख्ती शहर की सुरक्षा और ऐतिहासिक धरोहर के संरक्षण की दिशा में एक अहम कदम माना जा रहा है। आगामी दिनों में इस अभियान को अन्य जोनों में भी बढ़ाया जाएगा ताकि बारिश के दौरान कोई अप्रिय घटना न हो।
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(Udaipur Kiran) / राजेश
