
जयपुर, 8 सितंबर (Udaipur Kiran) । ग्रेटर निगम जर्जर भवनों पर कार्रवाई को लेकर अलर्ट मोड पर है। नोटिस, मुनादी, समझाइश के बाद भी पालना नहीं करने पर सोमवार को मानसरोवर जोन में 5 भवनों को ध्वस्त किया गया तो वहीं 22 फ्लैट-भवनों के सीज किया गया।
ग्रेटर निगम आयुक्त डॉ. गौरव सैनी ने बताया कि शहरवासियों की सुरक्षा हमारे लिए प्राथमिकता है। मानसरोवर जोन के वार्ड संख्या 85 में कुल 5 भवन जो की जर्जर एवं असुरक्षित अवस्था में थे तथा सार्वजनिक सुरक्षा के लिए खतरा उत्पन्न कर रहे थे उन जर्जर भवनों को ध्वस्त किया गया है साथ ही फ्लैट संख्या 30/13/1 से 30/13/12 कुल 12 फ्लैट को राजस्थान नगरपालिका अधिनियम 2009 की धारा 243 के अन्तर्गत सीज की कार्रवाई की गई है। वार्ड संख्या 70 में सोमवार को 10 जर्जर भवन मालिकों को स्वयं के स्तर पर ध्वस्तीकरण के लिए पूर्व में जारी नोटिस, मुनादी एवं जनप्रतिनिधियों, वार्ड पार्षदों के माध्यम से समझाइश की गई किन्तु इन भवन मालिकों द्वारा किसी भी प्रकार से कोई भी जबाव नहीं दिया गया। इसके बाद उपायुक्त मानसरोवर सोमवार को इन 10 भवनों को राजस्थान नगरपालिका अधिनियम 2009 की धारा 243 के अन्तर्गत सीज किया गया। झोटवाड़ा जोन में 17 जर्जर भवनों को नोटिस जारी कर भवनों की मरम्मत एवं खाली करवाने के लिए व्यक्तिगत समझाइश की गई साथ ही 2 जर्जर भवनों में निवास कर रहे लोगों को अन्य स्थान पर शिफ्ट भी किया गया एवं एक आंगनबाड़ी जर्जर भवन को सीज किया गया।
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(Udaipur Kiran) / राजेश
