
पाली, 4 अक्टूबर (Udaipur Kiran News) । रबी फसल वर्ष 2025-26 के लिए जवाई डैम से सिंचाई और पेयजल के लिए जल वितरण का निर्णय किया गया है। जोधपुर की संभागीय आयुक्त डॉ. प्रतिभा सिंह की अध्यक्षता में शनिवार को जवाई बांध विश्राम गृह में आयोजित जवाई बांध जल वितरण उपयोगिता समिति की बैठक में यह फैसला किया गया।
बैठक में निर्णय हुआ कि इस वर्ष जालोर और पाली जिलों में सिंचाई के लिए 4900 एमसीएफटी पानी और पेयजल के लिए 2917 एमसीएफटी पानी उपलब्ध कराया जाएगा।
यह वर्ष 2017 के बाद पहली बार है जब इतनी मात्रा में पानी सिंचाई के लिए दिया जाएगा।
पिछले वर्ष 2024-25 में सिंचाई के लिए 4400 एमसीएफटी पानी उपलब्ध कराया गया था। राज्य के पशुपालन, गोपालन, डेयरी एवं देवस्थान मंत्री जोराराम कुमावत ने बताया कि इस बार इंद्रदेव की कृपा से जवाई डैम पूरी क्षमता तक भर गया था, जिसके चलते गेट भी खोलने पड़े। अब पर्याप्त जल भंडारण के कारण रबी सीजन के लिए किसानों को भरपूर पानी मिलेगा।
उन्होंने कहा कि जल का संरक्षण और दुरुपयोग रोकना सरकार की प्राथमिकता है। सिंचाई व पेयजल आवश्यकताओं को ध्यान में रखते हुए सभी पक्षों की सहमति से निर्णय किया गया है।
लाभार्थी क्षेत्र और किसान
निर्णय के अनुसार जवाई बांध के कुल 7817 एमसीएफटी पानी में से 4900 एमसीएफटी सिंचाई के लिए तथा 2917 एमसीएफटी पेयजल के लिए 30 सितंबर 2026 तक उपयोग में लिया जाएगा।
इससे पाली जिले के सुमेरपुर ब्लॉक के 33 गांव और जालोर जिले के आहोर ब्लॉक के 24 गांव, यानी कुल 57 गांवों के लगभग 38,600 किसान परिवार लाभान्वित होंगे।
इस पानी से करीब 38,671 हेक्टेयर भूमि पर रबी की फसलें बोई जा सकेंगी।
जवाई डैम से प्रतिदिन लगभग 50 एमसीएफटी पानी की निकासी की जाएगी। बैठक में जालोर-सिरोही सांसद लुंबाराम चौधरी, आहोर विधायक छगन सिंह राजपुरोहित, जिला कलेक्टर पाली लक्ष्मीनारायण मंत्री, जिला कलेक्टर जालोर प्रदीप गंवाडे, किसान संघर्ष समिति अध्यक्ष जयेंद्र सिंह गलथनी, संगम अध्यक्ष, समिति सदस्य, विभागीय व प्रशासनिक अधिकारी तथा बड़ी संख्या में जनप्रतिनिधि उपस्थित रहे।
इस निर्णय से जालोर-पाली क्षेत्र के किसानों को रबी फसल के लिए सिंचाई जल की पर्याप्त उपलब्धता सुनिश्चित होगी और पेयजल आपूर्ति भी निर्बाध रूप से बनी रहेगी।
—————
(Udaipur Kiran) / रोहित
