नई दिल्ली, 30 जून (Udaipur Kiran) । दिल्ली सरकार की एंटी-करप्शन ब्रांच (एसीबी) ने सिंचाई और बाढ़ नियंत्रण विभाग में एक बड़े घोटाले का खुलासा किया है। विभाग के निलंबित कार्यकारी इंजीनियर और एक ठेकेदार को गिरफ्तार किया गया है। आरोप है कि दोनों ने सरकारी धन को गलत तरीके से रिलीज़ कर 4.6 करोड़ की राशि हड़प ली जबकि संबंधित निर्माण कार्य कभी किए ही नहीं गए।
संयुक्त पुलिस आयुक्त मधुर वर्मा ने बताया कि यह घोटाला उस समय उजागर हुआ, जब बाढ़ नियंत्रण विभाग की सतर्कता शाखा को एक शिकायत प्राप्त हुई। इसके बाद एक जांच समिति का गठन किया गया। जिसने कार्यों की वास्तविक स्थिति की जांच की। समिति को पता चला कि कई मामलों में 100 प्रतिशत भुगतान कर दिया गया जबकि काम शुरू भी नहीं हुआ था।
वर्मा के अनुसार जांच में पता चला है कि बाबा कंस्ट्रक्शन कंपनी को सिरसपुर में आरसीसी ड्रेनेज और सड़क निर्माण के लिए 5.3 करोड़ का ठेका मिला था। लेकिन कोई काम नहीं हुआ और 4.2 करोड़ का भुगतान कर दिया गया। इसी क्रम में अम्बा कंस्ट्रक्शन कंपनी को 43.74 लाख का भुगतान किया गया। जबकि ठेका 38.98 लाख का था और यहां भी कोई काम नहीं किया गया। वर्मा के अनुसार ठेकेदारों ने माप पुस्तिकाएं और सामग्री परीक्षण रिपोर्टें फर्जी तरीके से तैयार कीं, ताकि काम होने का झूठा दावा किया जा सके। वहीं ठेकेदारों ने 2.24 करोड़ की फर्जी बैंक गारंटी जमा की थी जो बाद में नकली पाई गई। मामले को गंभीरता से लेते हुए एसीबी ने इस घोटाले में दो आरोपितों को गिरफ्तार किया। पकड़े गए आरोपितों की पहचान कार्यकारी इंजीनियर गगन कुरैल और अरुण गुप्ता के रूप में हुई है। गगन कुरैल सिंचाई और बाढ़ नियंत्रण विभाग में कार्यकारी इंजीनियर है जो दिसंबर 2023 से निलंबित हैं। वहीं अरुण गुप्ता बाबा कंस्ट्रक्शन कंपनी का ठेकेदार है।
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(Udaipur Kiran) / कुमार अश्वनी
