
हरिद्वार, 18 अगस्त (Udaipur Kiran) । जनपदवासियों की समस्याओं का त्वरित निराकरण करने के उद्देश्य से जिलाधिकारी मयूर दीक्षित की अध्यक्षता में प्रत्येक सोमवार को जिला कार्यालय सभागार में होने वाले जन सुनवाई कार्यक्रम में आज 33 लोगों ने अपनी समस्याएं दर्ज कराई, जिसमें 12 समस्याओं का मौके पर निराकरण किया गया शेष समस्याओं को संबंधित विभागों को प्रेषित किया गया।
जनसुनवाई कार्यक्रम में पार्षद आकर्षिक शर्मा ने ज्वालापुर स्थित जतलेश्वर महादेव मंदिर के समाने भूमि पर अवैध तरीके से हो रहे अतिक्रमण को रोकने के लिए शिकायत की।
ग्राम प्रधान रेशमा जहां ने ग्राम दादुपुर के मुख्य मार्ग पर दुकानदारों एवं कबाडि़यों द्वारा किए गए अतिक्रमण को हटाने की मांग की गई साथ ही ग्राम दादूपुर गोविंदपुर में रॉयल गेस्ट हाउस के सामने दादूपुर सलेमपुर को जोड़ने वाले जोड़ने वाले मुख्य मार्ग पर बारिश के कारण हो रहे कटाव रोकने को लेकर शिकायत की गई। पंकज कुमार निवासी ग्राम अन्नेकी ने ग्राम प्रधान अन्नेकी हेतमपुर द्वारा फर्जी मार्कशीट के आधार पर चुनाव जितने का आरोप लगाते हुए करवाई की मांग की।
मास्टर अजीम ने दरगाह की साबरी मस्जिद की मरम्मत तथा रंग रोगन के संबंध में प्रार्थना पत्र दिया। राव शाबान निवासी सलेमपुर महादूद ने खाले के पुल से धोबी घाट तक स्कूल तक सड़क निर्माण को लेकर प्रार्थना पत्र दिया। साईं धाम कॉलोनी वासियों द्वारा नाला पटरी को अतिक्रमण मुक्त करवाने को लेकर आवश्यक करवाई की मांग की गई।ईशान इंपीरियल सोसाइटी द्वारा अपने परिसर में मंदिर निर्माण के लिए प्रार्थना पत्र दिया।महिपाल सिंह ग्राम अन्नेकी हेतमपुर ने अपनी भूमि की पैमाईश कराएं जाने के लिए प्रार्थना पत्र दिया।
जिलाधिकारी ने सीएम हेल्पलाइन की समीक्षा करते हुए संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिए कि एल 1 एल 2 पर जो भी शिकायतें लंबित हैं उन शिकायतों का तत्परता से निस्तारण करें। इसमें किसी भी प्रकार से 180 दिन की एक भी शिकायत नहीं होनी चाहिए।
उन्होंने यूपीसीएल के समीक्षा के दौरान सरकारी भूमि पर अतिक्रमण कर अवैध तरीके से लिए गए विद्युत कनेक्शन की जांच कर टेंपररी कनेक्शन तुरंत हटाए जाएं और उनके खिलाफ आफआईआर दर्ज करने के निर्देश दिए। साथ ही जल संस्थान को भी टेंपररी कनेक्शन जांच कर हटाने के निर्देश दिए।
बैठक में मुख्य विकास अधिकारी आकांक्षा कोण्डे, अपर जिलाधिकारी पीआर चौहान सहित सभी सम्बन्धित अधिकारी उपस्थित थे।
(Udaipur Kiran) / डॉ.रजनीकांत शुक्ला
