
हर खेत पर मेड़, हर मेड़ पर पेड़ का प्रचार-प्रसार कराया जाए: डा. अरूण सक्सेना
लखनऊ,02 जुलाई (Udaipur Kiran) । वन एवं वन्यजीव विभाग मुख्यालय स्थित पारिजात सभागार में बुधवार को वृक्षारोपण महा अभियान-2025 की तैयारियों की समीक्षा की गयी। बैठक में पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन राज्यमंत्री डॉ. अरुण कुमार सक्सेना, पंचायतीराज मंत्री ओम प्रकाश राजभर, पशु पालन मंत्री धर्म पाल सिंह, लोक निर्माण राज्यमंत्री बृजेश सिंह, माध्यमिक शिक्षा राज्य मंत्री गुलाब देवी, उद्यान राज्य मंत्री दिनेश प्रताप सिंह ने वृक्षारोपण महा अभियान-2025 की तैयारियों की समीक्षा कर 35 करोड़ वृक्षारोपण के सफल क्रियान्वयन हेतु दिशा निर्देश दिये।
वन मंत्री डा. अरूण कुमार सक्सेना ने बताया कि वर्ष 2025-26 के वर्षाकाल में प्रदेश के 26 शासकीय विभागों तथा जन सामान्य के सहयोग से वन भूमि, सामुदायिक भूमि, व अन्य राजकीय भूमि, कृषि एवं अन्य निजी भूमि पर वृहद स्तर पर पाैधरोपण कराया जा रहा है।
वृक्षारोपण महा अभियान 2025 में प्रदेश का पौधारोपण लक्ष्य 35 करोड़ है जिसमें पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन विभाग का लक्ष्य 12.60 करोड़ तथा अन्य विभागों का लक्ष्य 22.4 करोड़ है।
उन्होंने बताया कि 01 से 07 जुलाई (वन महोत्सव) के बीच जन्में नवजात शिशुओं को ग्रीन गोल्ड सर्टिफिकेट के साथ एक पौधा भेंट के रूप में उनके अभिभावकों को दिया जाएगा तथा पौधों की देखभाल के लिए प्रेरित किया जायेगा।
उत्तर प्रदेश के प्रत्येक जिले में ‘अटल वन‘, ‘एकता वन‘, ‘एकलव्य वन‘ और ‘शौर्य वन‘ विकसित किए जा रहे हैं, ये वन पर्यावरण संरक्षण के साथ साथ सामाजिक और सांस्कृतिक गौरव के प्रति सम्मान की भावना जगाने में मदद करेंगे। इसके अतिरिक्त नगर निगम और नगर पालिका क्षेत्रों में स्थानीय प्रजातियों के संरक्षण के ‘आक्सी वन‘ भी स्थापित किये जा रहे हैं।
डॉ० अरुण कुमार सक्सेना ने कहा कि विधान मण्डल क्षेत्र विकास निधि का 1 प्रतिशत जन प्रतिनिधि ट्री गार्ड का प्रयोग करते हुए सड़क किनारे थीम वृक्षारोपण हेतु प्रयोग करें। डॉ सक्सेना ने कहा कि प्रदेश कृषि वानिकी को प्राथमिकता देते हुए हर खेत पर मेड़, हर मेड़ पर पेड़ का प्रचार-प्रसार कराया जाए, उन्होंने कहा कि रोपित पौधों की सुरक्षा एवं संरक्षण पर बल दिया जाये।
पशुपालन मंत्री धर्मपाल सिंह ने कहा कि गो आश्रय स्थलों पर गोपाल वन विकसित कर पाकड़, नीम, इत्यादि पौधे रोपित किये जायें जिससे मवेशियों को राहत मिले।
माध्यमिक शिक्षा मंत्री देवी गुलाब देवी ने कहा कि विद्यार्थियों या शिक्षकों को वृक्षारोपण कराने हेतु जागरूक किया जायेगा।
पंचायती राज मंत्री ओम प्रकाश राजभर ने उचित प्रजातियों के चयन पर बल दिया एवं रोपित पौधों की सिंचाई व सुरक्षा पर विशेष ध्यान देने की आवश्यकता व्यक्त की।
उद्यान मंत्री दिनेश प्रताप सिंह ने वृक्षारोपण की सही एवं वैज्ञानिक तकनीक के व्यापक प्रचार-प्रसार की आवश्यकता बताई एवं ग्रीन गोल्ड सर्टिफिकेट के अन्तर्गत नवजात शिशुओं के जन्म अवसर पर ग्राफ्टेड आम पौध के वितरण का आश्वासन दिया।
बृजेश सिंह ने कहा कि वृक्ष सुरक्षा से जल सुरक्षा होती है। उन्होंने यह भी कहा कि प्रदेश में सिंदूर वन स्थापित किया जाये।
इस अवसर पर, प्रमुख सचिव, वन एवं जलवायु परिवर्तन विभाग, उ०प्र०, लखनऊ, अनिल कुमार प्रमुख सचिव, उद्यान उ०प्र०, बी0 एल0 मीना, अध्यक्ष, उ०प्र०, प्रदुषण नियंत्रण बोर्ड, डा0 रविन्द्र प्रताप सिंह, प्रधान मुख्य वन संरक्षक और विभागाध्यक्ष, सुनील चौधरी, एवं वन एवं अन्य विभाग के वरिष्ठ अधिकारीगण उपस्थित रहे।
(Udaipur Kiran) / बृजनंदन
