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राष्ट्रीय लोक अदालत में 20,954 शमन योग्य वादों का निस्तारण

मुरादाबाद में राष्ट्रीय लोक अदालत के अवसर पर प्रशासनिक न्यायमूर्ति का स्वागत अभिनंदन करते जिला जज।

–सभी को समान रूप से न्याय मिलना चाहिए : प्रशासनिक न्यायमूर्ति

मुरादाबाद, 13 सितम्बर (Udaipur Kiran) । जनपद न्यायालय मुरादाबाद में इस वर्ष की तृतीय राष्ट्रीय लोक अदालत का आयोजन शनिवार को हुआ। जिसका शुभारम्भ प्रशासनिक न्यायमूर्ति नीरज तिवारी द्वारा मॉ सरस्वती प्रतिमा पर माल्यार्पण एवं दीप प्रज्ज्वलन कर किया गया। अपर जिला जज व जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के सचिव मौ. फिरोज ने बताया की राष्ट्रीय लोक अदालत में विभिन्न प्रकृति के 20,954 शमन योग्य वादों का निस्तारण किया गया।

प्रशासनिक न्यायमूर्ति नीरज तिवारी ने कहा कि सभी को समान रूप से न्याय मिलना चाहिए और न्याय घर-घर तक पहुंचना चाहिए। लोक अदालत का मुख्य उद्देश्य लोगों को त्वरित न्याय प्रदान करना है। राष्ट्रीय लोक अदालत पहल, सहयोग और आपसी समझ को बढ़ावा देते हुए, दीवानी, फौजदारी और पारिवारिक विवादों को सौहार्दपूर्ण ढंग से सुलझाने के लिए एक मंच प्रदान करती है।

जनपद न्यायाधीश पदम नारायन मिश्र ने कहा कि राष्ट्रीय लोक अदालत का मंच न्याय को आम जनता तक पहुंचाने में अहम भूमिका निभाता है। लोक अदालत में आपसी सुलह-समझौते के आधार पर मामलों का त्वरित निस्तारण किया जा रहा है। इससे आम लोगों को न्याय मिलने में सुविधा हो रही है।

अपर जिला जज-सचिव मौ. फिरोज ने बताया की राष्ट्रीय लोक अदालत में विभिन्न प्रकृति के 20 हजार 954 शमन योग्य वादों का निस्तारण किया गया। आरोपितों पर 11 लाख 22 हजार 561 रुपये अर्थदंड आरोपित किया गया। वैवाहिक एवं भरण पोषण संबंधी 29 मामलों का निस्तारण परिवार न्यायालय व अपर परिवार न्यायालय द्वारा आपसी सुलह समझौते के आधार पर कराया गया। उत्तराधिकार के कुल 03 मामले निस्तारित कर 43 लाख 27 हजार 343 रुपये के प्रमाण-पत्र जारी किये गये। लघु प्रकृति के मामले जैसे लेबर एक्ट, मोटर वाहन अधिनियम आदि से संबंधित मामलों का भी निस्तारण किया गया। मोटर वाहन दुर्घटना प्रतिकर से सम्बंधित कुल 96 मामलों का निस्तारण करते हुए पीड़ितों व उनके स्वजन को 7 करोड़ 84 लाख 18 हजार रुपये देने के आदेश दिए गए। विभिन्न बैंकों के ऋण संबंधी कुल 2540 मामलों का निस्तारण कर 3 करोड़ 21 लाख 3 हजार 233 की वसूली की गयी।

इस दौरान प्रधान न्यायाधीश परिवार न्यायालय अरविन्द मलिक, पीठासीन अधिकारी एमएसीटी संजय कुमार, पीठासीन अधिकारी लारा जैगम उददीन, पीठासीन अधिकारी कमर्शियल कोर्ट ममता गुप्ता, नोडल अधिकारी राष्ट्रीय लोक अदालत निरंजन कुमार, मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट श्वेता चौधरी सहित अन्य न्यायिक अधिकारी, बैंक पदाधिकारी व बार संघ के पदाधिकारी उपस्थित रहे।

(Udaipur Kiran) / निमित कुमार जायसवाल

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