

झाबुआ, 23 जून (Udaipur Kiran) । जिले के पेटलावद जनपद क्षेत्र के ग्राम गोविंदपाड़ा में सोमवार को एक पेड़ माँ के नाम अभियान के तहत वृहद पौधारोपण का प्रारम्भ कैबिनेट मंत्री महिला एवं बाल विकास विभाग सुश्री निर्मला भूरिया की अध्यक्षता में हुआ। अभियान के अंतर्गत गोविंदपाड़ा में वन विभाग और वन समितियों के समन्वय से 20 हेक्टेयर क्षेत्र में 23 प्रकार की प्रजातियों के 20 हजार पौधों का रोपण किये जाने का लक्ष्य रखा गया है। कार्यक्रम में जिला कलेक्टर नेहा मीना, पुलिस अधीक्षक पद्म विलोचन शुक्ल, वन मण्डलाधिकारी एचएस ठाकुर, सहित अनुविभाग के प्रशासनिक एवं पुलिस अधिकारी वन समितियों के अध्यक्ष, स्व- सहायता समूह की दीदियां एवं ग्रामीण जन मौजूद रहे।
कार्यक्रम में अध्यक्षीय उद्बोधन में कैबिनेट मंत्री महिला एवं बाल विकास विभाग निर्मला भूरिया ने कहा कि मानसून की शुरुआत में पौधारोपण किया जाना उचित है। 20 हजार पौधारोपण किए जाने के बाद सभी की सामूहिक जिम्मेदारी है कि उनका सरंक्षण किया जाए। उन्होंने कहा कि पूर्व में आबादी बढ़ने पर वनों को नुकसान पहुंचाया गया जिसके नकारात्मक परिणाम आए एवं ग्लोबल वार्मिंग जैसी स्थिति बनी। आज हमारी यह जिम्मेदारी है कि पौधारोपण कर प्रकृति को हुए नुकसान की भरपाई की जाए।
उन्होंने आव्हान किया कि एक पेड़ माँ के नाम अभियान के तहत प्रत्येक व्यक्ति एक पौधा जरूर लगाएं, और यह संकल्प ले कि वृक्षारोपण के क्षेत्र में पेटलावद को अग्रणी बनाएंगें। उन्होंने वन समितियों को वृहद स्तर पर पौधारोपण के लिए बधाई दी।
इस दाैरान कलेक्टर नेहा मीना ने कहा कि जनजातीय क्षेत्र की पहचान हरियाली है। प्रकृति से प्राप्त संसाधनो का सदियों से उपयोग किया जा रहा है, किंतु अब समय है प्रकृति से प्राप्त सुविधाओं के बदले प्रकृति को पुनः लौटाया जाए, और यह पौधारोपण के बाद उसके संरक्षण के रूप में ही संभव है। भविष्य की पीढ़ी के लिए भी यह जरूरी है कि प्रकृति के दोहन के बदले संरक्षण किया जाए। पुलिस अधीक्षक पद्म विलोचन शुक्ल ने कहा कि वृक्ष है तो हम है। उन्होंने कहा कि वृक्ष पर निर्भरता पर ही मनुष्य जीवन टिका हुआ है। इसलिए इसके संरक्षण की जिम्मेदारी हम सभी की है।
वन मण्डलाधिकारी एच एस ठाकुर ने कार्यक्रम में मौजूद कृषकों को बताया कि परिक्षेत्र पेटलावद में इस वर्ष 1.95 लाख वृक्षारोपण का लक्ष्य रखा गया है। इसी के साथ वन विभाग द्वारा पर्यावरण संरक्षण की जागरूकता के लिए विद्यालयों में कक्षा 6 टी से 12 वीं तक के छात्र-छात्राओं के लिए जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया जाएगा। उन्होंने कहा कि कृषकों को राज्य बांस मिशन की कृषि क्षेत्र में बांस रोपण योजना के तहत बांस रोपण की कुल लागत (रू. 240 प्रति पौधा) की 50% राशि अनुदान के रूप में तीन वर्षों तक 50:30:20 के अनुपात में वितरित की जाती है। अनुदान राशि रू. 120 प्रति पौधा का वितरण प्रथम वर्षः (रू. 60 प्रति पौधा, द्वितीय वर्षः- रू. 36 प्रति पौधा की दर से, तृतीय वर्षः- रू. 24 प्रति पौधा की दर से अनुदान दिया जाता हैं।
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(Udaipur Kiran) / डॉ. उमेश चंद्र शर्मा
