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रांची, 25 अगस्त (Udaipur Kiran) । रांची के हरमू रोड स्थित प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्व विद्यालय में सोमवार को संस्था की पूर्व मुख्य प्रशासिका दादी प्रकाशमणी जी के 18वें स्मृति दिवस पर दिव्य योग कार्यक्रम आयोजित किया गया। कार्यक्रम के दौरान दादी की जीवनी और उनके कार्यों पर प्रकाश डाला गया।
कार्यक्रम की मुख्य अतिथि केन्द्र प्रशासिका ब्रह्माकुमारी निर्मला बहन ने कहा कि मातेश्वरी जगदम्बा के पश्चात् यज्ञ की प्रमुख के रूप में दादी प्रकाशमणी जी ने 1969 से 2007 तक संस्था का नेतृत्व किया। उनके सशक्त एवं सहज नेतृत्व में संस्था का विस्तार देश-विदेश तक हुआ और अनेकों राजयोग केन्द्र स्थापित हुए।
दादी जी का स्वभाव अत्यंत मधुर, सहनशील और मातृत्वपूर्ण था। सभी उन्हें एक माँ, मार्गदर्शक और प्रिय मित्र के रूप में अनुभव करते थे।
निर्मला बहन ने बताया कि दादी जी का यह विशेष गुण था कि वे पूरे ब्राह्मण परिवार को अपना परिवार मानकर सभी की देखभाल करती थीं। वे सदैव यह कहती थीं कि हम सब एक पिता के बच्चे हैं, कोई भी अजनबी नहीं है।
दादी जी स्वयं को सदैव ट्रस्टी और निमित्त मानकर सेवाओं में लगी रहती थीं। उन्हें शांतिदूत पुरस्कार और मोहनलाल सुखाड़िया विश्वविद्यालय द्वारा डॉक्टरेट की उपाधि से सम्मानित किया गया। वे आध्यात्मिक मूल्यों के साथ-साथ स्वच्छ एवं स्वस्थ जीवन की प्रबल पक्षधर थीं। 25 अगस्त 2007 को उन्होंने इस देह का त्याग कर संपूर्णता को प्राप्त किया।
कार्यक्रम का समापन सभी उपस्थित भाइयों-बहनों द्वारा सामूहिक योग एवं संकल्प के साथ हुआ कि दादी जी के बताए मार्ग पर चलते हुए आध्यात्मिक युग की स्थापना में योगदान देंगे।
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(Udaipur Kiran) / Manoj Kumar
