

खैरथल-तिजारा, 21 सितंबर (Udaipur Kiran News) । जिला उद्योग एवं वाणिज्य केन्द्र, जिला प्रशासन खैरथल-तिजारा एवं लघु उद्योग भारती के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित 12वां इंडिया इंडस्ट्रियल फेयर का रविवार को समापन हुआ। समापन समारोह में राज्य पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन मंत्री संजय शर्मा ने मुख्य अतिथि के रूप में शिरकत की। इस दौरान उन्होंने विभिन्न औद्योगिक इकाइयों एवं संस्थानों द्वारा लगाए गए स्टॉलों का निरीक्षण कर प्रदर्शित उत्पादों की जानकारी ली तथा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के जीवन, विचार और उपलब्धियों पर आधारित विशेष प्रदर्शनी का अवलोकन भी किया।
समापन कार्यक्रम के दौरान मंत्री शर्मा ने कहा कि लघु उद्योग भारती द्वारा आयोजित यह आयोजन उद्योग जगत के लिए एक सशक्त मंच सिद्ध हुआ है। इस मंच के माध्यम से नए उद्यमियों को उद्योग स्थापना की प्रक्रियाओं की जानकारी के साथ-साथ विभिन्न इकाइयों में अपनाई जा रही नवीनतम तकनीक व उत्पादों के बारे में सीखने का अवसर मिला। उन्होंने कहा कि लघु उद्योग भारती ने इस मेले का सफल संचालन कर युवाओं को आत्मनिर्भर भारत के सपने से जोड़ने का कार्य किया है।
अपने संबोधन में उन्होंने “एक पेड़ मां के नाम” अभियान का उल्लेख करते हुए कहा कि पर्यावरण संरक्षण आज समय की सबसे बड़ी आवश्यकता है। केवल पेड़ लगाना ही पर्याप्त नहीं है, बल्कि उनके संरक्षण व संवर्धन के लिए ठोस कदम उठाना भी उतना ही आवश्यक है। तभी आने वाले वर्षों में यह पौधे बड़े होकर हमारे पर्यावरण को संतुलित रखने में महत्वपूर्ण योगदान दे सकेंगे। उन्होंने भिवाड़ी क्षेत्र की औद्योगिक प्रगति का जिक्र करते हुए कहा कि यहां स्थापित हो रही बड़ी कंपनियां और उद्योग आत्मनिर्भर भारत की परिकल्पना को साकार कर रहे हैं और स्थानीय स्तर पर विकास व रोजगार को गति प्रदान कर रहे हैं।
तिजारा विधायक महंत बालक नाथ योगी ने कहा कि सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्योग सेक्टर आज देश की अर्थव्यवस्था में सबसे बड़ा रोजगार प्रदाता है और ग्रामीण क्षेत्रों को आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में अग्रणी भूमिका निभा रहा है। उन्होंने युवाओं से आह्वान किया कि वे सरकारी योजनाओं और लघु उद्योग भारती जैसी संस्थाओं से जुड़कर अपना स्वरोजगार शुरू करें, ताकि रोजगार के लिए शहरों पर निर्भरता घटे और ग्रामीण क्षेत्रों में भी आर्थिक समृद्धि आए।
रामगढ़ विधायक सुखवंत सिंह ने अपने उद्बोधन में कहा कि लघु उद्योग भारती के प्रयास से आज विभिन्न उद्योगों को एक साझा मंच प्राप्त हुआ है, जहां उद्यमियों को अपने उत्पाद प्रदर्शित करने का अवसर मिला। उन्होंने कहा कि लघु उद्योग भारती वास्तव में देश की “रीढ़ की हड्डी” के समान है, जो रोजगार सृजन कर राष्ट्र की आर्थिक प्रगति में महत्वपूर्ण योगदान दे रही है। उन्होंने यह भी कहा कि भिवाड़ी और आस-पास के क्षेत्र में औद्योगिक विकास की अपार संभावनाएं हैं। यदि स्थानीय स्तर पर संसाधनों का सदुपयोग किया जाए और पारंपरिक कौशल को आधुनिक तकनीक से जोड़ा जाए तो यहां के युवा राष्ट्रीय ही नहीं, अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी अपनी पहचान बना सकते हैं।
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(Udaipur Kiran) / मनीष कुमार
