Jammu & Kashmir

नेशनल कॉन्फ्रेंस की 12 ‘गारंटियाँ’ 12 ‘धोखे’ साबित हुईं लोग खुद को ठगा हुआ महसूस कर रहे – डॉ. प्रदीप

नेशनल कॉन्फ्रेंस की 12 'गारंटियाँ' 12 'धोखे' साबित हुईं लोग खुद को ठगा हुआ महसूस कर रहे - डॉ. प्रदीप

जम्मू, 16 अक्टूबर (Udaipur Kiran News) । जम्मू-कश्मीर भाजपा के मीडिया प्रभारी डॉ. प्रदीप महोत्रा ​​ने कहा कि नेशनल कॉन्फ्रेंस (एनसी) सरकार के एक साल के कार्यकाल में वादे भुला दिए गए और लोगों के साथ विश्वासघात हुआ।

डॉ. प्रदीप महोत्रा ​​ने कहा कि इस एक साल में, हर महीने के अंत में लोगों को खुद को ठगा हुआ महसूस हो रहा है, जिन्हें हर महीने कम से कम एक वादा पूरा होने की उम्मीद थी। उन्होंने कहा कि इस साल ने वादे और काम के बीच की खाई को उजागर कर दिया है। सम्मान, पहचान और विकास की नई सुबह का वादा ठहराव, बहानेबाजी और विश्वासघात के एक काले अध्याय में बदल गया है।

उन्होंने कहा कि नेशनल कॉन्फ्रेंस बड़े-बड़े वादों और भावनात्मक अपीलों के सहारे सत्ता में आई थी, लेकिन एक साल के भीतर ही अपने 2024 के चुनावी घोषणापत्र का एक भी ठोस नतीजा देने में नाकाम रही है। बहुप्रचारित 12 गारंटी अब 12 धोखे में बदल गई हैं जिनमें एक लाख नौकरियाँ, 200 यूनिट मुफ़्त बिजली और मुफ़्त पेयजल से लेकर गरीब महिलाओं को 5000 रुपये मासिक सहायता, बुज़ुर्गों को 3000 रुपये पेंशन और आर्थिक रूप से कमज़ोर वर्ग के परिवारों को 12 मुफ़्त रसोई गैस सिलेंडर शामिल हैं। इनमें से किसी भी वादे पर अमल नहीं हुआ है जो सरकार की नीयत और क्षमता की कमी को उजागर करता है।

डॉ. प्रदीप ने ज़ोर देकर कहा कि इस सरकार ने जनता की ज़रूरतों की अनदेखी करके, गैर-गंभीरता दिखाकर और विकास के मामले में जम्मू-कश्मीर को पीछे धकेलकर, शासन का मज़ाक उड़ाया है। कश्मीरी पंडित अभी भी पुनर्वास के लिए सरकार से गर्मजोशी से भरे स्वागत का इंतज़ार कर रहे हैं युवा अभी भी बेरोज़गार हैं और नागरिक अभी भी बिजली-पानी के संकट से जूझ रहे हैं। उन्होंने कहा कि लोगों की सेवा करने के बजाय, नेशनल कॉन्फ्रेंस नेतृत्व और अधिक सत्ता हासिल करने के लिए आरोप-प्रत्यारोप की बयानबाज़ी से संतुष्ट है।

इसके विपरीत, डॉ. प्रदीप ने कहा कि मोदी सरकार ने जम्मू-कश्मीर में परिवर्तन, विकास और शासन के प्रति अपनी प्रतिबद्धता साबित की है, और बुनियादी ढाँचे के विस्तार, औद्योगिक निवेश, स्वास्थ्य सेवा उन्नयन, शैक्षिक सुधारों, पारदर्शी भर्ती और समतामूलक क्षेत्रीय विकास के माध्यम से अभूतपूर्व प्रगति की है। मोदी सरकार ने दशकों के शोषण की जगह सशक्तिकरण को बढ़ावा दिया है, जिससे हर क्षेत्र और समुदाय के लिए शांति, प्रगति और समृद्धि सुनिश्चित हुई है।

डॉ. प्रदीप महोत्रा ​​ने नेशनल कॉन्फ्रेंस नेतृत्व को चुनौती दी कि वे यह साबित करें कि वे केवल सत्ता के मोहपाश में बंधे रहने के बजाय वास्तव में लोगों के कल्याण और विकास की परवाह करते हैं। उन्होंने ज़ोर देकर कहा कि जम्मू-कश्मीर के लोग नेशनल कॉन्फ्रेंस की वादों की राजनीति को समझ चुके हैं और अब वे फिर से धोखा खाने को तैयार नहीं हैं।

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(Udaipur Kiran) / रमेश गुप्ता

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