
झज्जर, 14 जुलाई (Udaipur Kiran) । कांवड़ लेकर चल रहे श्रद्धालुओं की सुरक्षा और यात्रा को सुचारू व सुरक्षित सम्पन्न कराने के लिए पुलिस के स्तर पर तैयारियां की जा रही है। इसी क्रम में गंगोत्री, नीलकंठ व हरिद्वार से कांवड़ लेकर चले श्रद्धालु को झज्जर जिला में बिना किसी बाधा के रास्ता उपलब्ध कराने और यातायात को सुचारू बनाए रखने के लिए पुख्ता प्रबंध किए गए हैं। यात्रियों के आराम व सुविधा के लिए बनाए गए प्रत्येक सेवा शिविर का पुलिस द्वारा लगातार निगाह रखते हुए निरीक्षण भी किया जाएगा। पुलिस आयुक्त डॉ. राजश्री सिंह ने जिला के सभी पुलिस अधिकारियों, थाना व चौकी प्रभारियों को आवश्यक दिशा निर्देश जारी किए हैं। जिसमें झज्जर जिला में जिन मार्गों पर कांवड़ लेकर श्रद्धालु गुजरेंगे उन सड़क मार्गों पर पुलिस द्वारा लगातार निगरानी एवं गश्त की जाएगी।
प्रत्येक थाना प्रबंधक व चौकी प्रभारी अपने-2 इलाका में शांति एवं कानून व्यवस्था के साथ-साथ यातायात व्यवस्था को भी दुरुस्त बनाये रखने के लिए प्रत्येक गतिविधि पर कड़ी निगरानी रखेंगे। भीड़भाड़ वाले स्थानों पर जहां भी जरूरत होगी कांवड़ियों को पैदल चलने के लिए सुरक्षित मार्ग उपलब्ध करवाने के लिए वैकल्पिक प्रबंध किए गए है। कांवड़ शिविर व पार्किंग मुख्य सड़क से दूर होने चाहिए, ताकि किसी प्रकार से यातायात में कोई अवरोध उत्पन्न ना हो। कांवड़ शिविर सड़क के केवल बाईं तरफ लगने चाहिए। कांवड़ियों की सुरक्षा को लेकर लगातार 24 घंटे पुलिस तैनात रहेगी ताकि कोई भी असामाजिक अथवा शरारती तत्व कांवड़ियों के वेष में किसी तरह से शांति भंग करने की कोशिश ना करें।
पुलिस कमिश्नर ने बताया, सुरक्षा की दृष्टि से जिन मार्गों पर कांवड़ियो की ज्यादा संख्या में चलने की संभावना है उन मार्गों को पहचान कर विशेष निगरानी रखी जाएगी, जिला में ऐसे 10 मार्ग चिन्हित किए गए हैं। इन मार्गों में सांपला से रेवाड़ी रोड वाया छारा, जोन्धी, झज्जर, सुबाना से कोसली रोड, झज्जर से रेवाड़ी वाया माछरौली व कुलाना रोड, रोहतक से डीघल, बेरी, छूछकवास व सासरोली रोड, रोहतक से झज्जर वाया डीघल, महराना चौक व दुजाना रोड, सोहटी बार्डर से बहादुरगढ़ वाया कानौन्दा व कुलासी रोड, रोहतक से बेरी वाया रिटोली कबूलपुर, सांपला से बेरी वाया बहराना व डीघल, झज्जर वाया दुल्हेड़ा व कबलाना, सोनीपत से केएमपी होते हुए जिला गुरुग्राम और बहादुरगढ़ से बादली वाया गुभाना माजरी आदि प्रमुख हैं।
व्यवस्था के मद्देनजर पुलिस कमिश्नर ने निर्देश देते हुए कहा, जिन सड़क मार्गों से कांवड़ लेकर श्रद्धालु गुजरेंगे उन रास्तों पर पुलिस द्वारा निरंतर गश्त करते हुए प्रत्येक गतिविधि पर निगाह रखी जाए। पीसीआर व राइडर्स की गश्त लगातार 24 घंटे तैनात रहेगी। महिला कांवड़ यात्रियों की सुरक्षा को मद्देनजर पर्याप्त संख्या में महिला पुलिस कर्मचारियों को भी तैनात किया गया है। किसी भी कांवड़ यात्री को किसी भी तरह का नाजायज हथियार नहीं रखने दिया जाएगा। जिस मार्ग पर कांवड़ यात्री चल रहे होंगे, उस पर गति रोधक लगाकर वाहनों को धीमी गति से चलाया जाए। सड़क पर जहां भी कांवड़ियों के क्रोसिंग पाइंट हैं उन स्थानों को चिन्हित करके रस्से व कोण लगवाए जाए। कांवड़ सेवा शिविर में कहीं भी बिजली की कोई भी तार का जोड़ खुला या नंगा नहीं होना चाहिए। ताकि कोई दुर्घटना का कारण न बनें।
संचालकों द्वारा एक रजिस्टर रखा जाए। जिसमें शिविर में आने वाले प्रत्येक कांवड़ यात्री की जानकारी का इंद्राज किया जाए। शिविर व आसपास के एरिया में स्वच्छता का विशेष ध्यान रखा जाए। ट्रक यूनियन के प्रधानों, ट्रांसपोर्टरों के मालिकों, आटो, जीप व कैब चालकों से संपर्क करके यह सुनिश्चित किया जाए कि कोई भी वाहन चालक कांवड़ यात्रा के दौरान नशा करके वाहन न चलाए। किसी भी तरह की विपरीत परिस्थितियों से निपटने के लिए दंगा विरोधी उपकरणों व आवश्यक साजो सामान सहित पुलिस बल को रिजर्व रखा जाए। प्रत्येक थाना प्रबंधक अपने एरिया में लगे सभी कावड़ सेवा शिविर संचालकों से लगातार संपर्क रखेंगे।
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(Udaipur Kiran) / शील भारद्वाज
