
मंडी, 24 अक्टूबर (Udaipur Kiran) । मंडी जिला के शक्तिपीठ जंजहैली के शिकारी माता मंदिर से दर्शन करके लौटते समय आठ सदस्यीय परिवार रास्ता भटक गया। मंडी जिला की बल्हघाटी के डडौर क्षेत्र का यह परिवार बीते रोज मंडी जिला की सबसे ऊंची चोटी पर स्थित शिकारी माता के दर्शन करने गया था। जो वापसी के दौरान जंगल में भारी धुंध पड़ने से रास्ता भटक गया और सारी रात जंगल में ही गुजारनी पड़ी। जिसे शुक्रवार सुबह टंग्राल नाला के पास खोज-बचाव अभियान दल द्वारा सुरक्षित ढूंढ निकाला।
जैसे ही घटना की जानकारी मिली प्रशासन सक्रिय हो गया। रात 11.00 बजे एसडीआरएफ की टीम जंजहैली के लिए रवाना की गई और रात 2.00 बजे रोहांडा क्षेत्र में पहुंचकर खोज-बचाव अभियान शुरू किया। लगभग सुबह 6.30 बजे सभी परिवारजनों को सकुशल ढूंढ लिया गया। एसडीएम थुनाग मनु वर्मा इस अभियान की रात भर स्थल पर मौजूद रहीं और बचाव कार्य की निगरानी करती रहीं। पुलिस, राजस्व विभाग, होम गार्ड, दमकल और स्थानीय स्वयंसेवकों की टीमों ने समन्वय से कार्य करते हुए कठिन परिस्थितियों में यह अभियान पूरा किया।
इस परिवार में सेवानिवृत्त प्रधानाचार्य राजेंद्र कुमार सहित कुल 8 सदस्य शामिल थे, जो मंदिर से लौटते समय मुख्य मार्ग से भटक गए थे। राजेन्द्र कुमार के साथ इनकी विद्यार्थी रही जंजैहली की रहने वाली आरती भी उनके साथ मौजूद थी। इस घटना की उपप्रधान भीम सिंह ने जंजहैली पुलिस स्टेशन को सूचना दी, जिसके बाद तीन अलग-अलग खोज दल तैनात किए गए, पहला दल बूढ़ाकेदार की दिशा में, दूसरा रायगढ़ क्षेत्र से मुख्य सड़क मार्ग पर और तीसरा देज्जी से पखथियार की ओर रवाना किया गया।
प्रारंभिक खोज में सफलता न मिलने पर जिला आपातकालीन संचालन केंद्र, मंडी के माध्यम से एसडीआरएफ को तैनात किया गया। प्रशासन और पुलिस के संयुक्त प्रयासों से यह अभियान पूरी तरह सफल रहा और सभी सदस्य सुरक्षित अपने परिवार के साथ लौट आए हैं।
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(Udaipur Kiran) / मुरारी शर्मा