

राजभवन में मनाया गया गुजरात राज्य का स्थापना दिवस समारोह
लखनऊ, 06 मई (Udaipur Kiran) । उत्तर प्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल की प्रेरणा एवं मार्गदर्शन में राजभवन के गांधी सभागार में मंगलवार को गुजरात राज्य का स्थापना दिवस मनाया गया। इस अवसर पर गुजरात की समृद्ध लोक संस्कृति, कला, साहित्य, खानपान, परंपराओं एवं विशेषताओं पर आधारित वृत्तचित्र, रंगोली एवं प्रदर्शनी का भी आयोजन किया गया, जिसने वहां की सांस्कृतिक विविधता को सजीव रूप में दर्शाया।
कार्यक्रम के दौरान गुजरात से पधारे कलाकारों द्वारा डांडिया नृत्य, गरबा नृत्य, ताली रास नृत्य, मिश्र रास नृत्य तथा राठवा आदिवासी लोक नृत्य जैसी रंगारंग प्रस्तुतियाँ दी गईं, जिन्होंने कार्यक्रम में पारंपरिक रंग भर दिए और दर्शकों को गुजरात की सांस्कृतिक आत्मा से रूबरू कराया। इन प्रस्तुतियों को दर्शकों ने भरपूर सराहा।
राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने इस अवसर पर सभी को गुजरात राज्य स्थापना दिवस की शुभकामनाएं देते हुए कहा कि गुजरात की संस्कृति, विकास यात्रा और सामाजिक सौहार्द पूरे देश के लिए प्रेरणास्रोत हैं। उन्होंने कहा कि गुजराती भोजन सर्वदा संतुलित एवं पौष्टिक आहार के रूप में जाना जाता है, जिसमें सभी आवश्यक पोषक तत्व समाहित होते हैं।
राज्यपाल ने गुजरात से आए कलाकारों की सांस्कृतिक प्रस्तुतियों की सराहना करते हुए कहा कि उनकी प्रस्तुतियां ऊर्जा, उत्साह और जीवंतता से परिपूर्ण थीं, जिन्होंने कार्यक्रम को एक विशेष ऊंचाई प्रदान की।
उन्होंने बताया कि गुजरात राज्य की स्थापना एक लंबे और व्यापक आंदोलन का परिणाम थी। यह कोई सहज प्रक्रिया नहीं थी, बल्कि सामाजिक एवं राजनीतिक चेतना के व्यापक प्रसार और जनआंदोलन के माध्यम से संभव हो सकी। आज गुजरात को एक आधुनिक, विकसित और समृद्ध राज्य के रूप में देखा जाता है, इसका श्रेय सरकार द्वारा सुनियोजित नीति-निर्माण एवं सशक्त क्रियान्वयन को जाता है।
उन्होंने कहा कि शिक्षा, स्वास्थ्य और व्यवसाय, इन तीनों क्षेत्रों में गुजरात सरकार ने दूरदर्शिता के साथ योजनाएं बनाईं और दृढ़ इच्छाशक्ति से उन्हें क्रियान्वित किया। राज्य में गुणवत्तापूर्ण शिक्षण संस्थानों, सुलभ स्वास्थ्य सेवाओं और व्यापक व्यावसायिक अवसरों का निर्माण हुआ। सड़क, बिजली, जल और डिजिटल कनेक्टिविटी जैसी आधारभूत संरचनाओं को मजबूत किया गया, जिससे प्रदेश के हर कोने तक विकास पहुँचा।
उन्होंने यह भी कहा कि वर्ष 2003 में “वाइब्रेंट गुजरात“ शिखर सम्मेलन का आयोजन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी के मार्गदर्शन में किया गया, जिसने गुजरात को वैश्विक आर्थिक मानचित्र पर एक नई पहचान दिलाई। इस आयोजन में न केवल देश-विदेश की प्रमुख कंपनियों ने भाग लिया, बल्कि बड़े स्तर पर एम.ओ.यू. पर हस्ताक्षर हुए, जिससे गुजरात में रोजगार के अवसरों का विस्तार हुआ और राज्य की छवि एक वैश्विक निवेश गंतव्य के रूप में स्थापित हुई।भारत की एकता और राष्ट्रीय गर्व के प्रतीक ’स्टैचू ऑफ यूनिटी’ का विशेष उल्लेख करते हुए उन्होंने कहा कि यह भव्य प्रतिमा न केवल सरदार वल्लभभाई पटेल के अप्रतिम योगदान की स्मृति है, बल्कि यह देशवासियों में राष्ट्रप्रेम, एकता और प्रेरणा का भी सशक्त स्रोत है।
इस अवसर पर अपर मुख्य सचिव राज्यपाल डॉ0 सुधीर महादेव बोबडे, विशेष सचिव राज्यपाल, श्रीप्रकाश गुप्ता, विशेष कार्याधिकारी अशोक देसाई, डॉ0 सतीश कुमार आईपीएस, रीनू रंगभारती, सहायक निदेशक संस्कृति विभाग, अतिथिगण, कलाकार, विश्वविद्यालयों के विद्यार्थी, राजभवन के अधिकारी, कर्मचारी सहित अन्य उपस्थित थे।
(Udaipur Kiran) / बृजनंदन
