
लापरवाही बरतने वाले संस्थानों पर होगी सख्त कार्रवाई, कलेक्टर ने शासकीय एवं अशासकीय विद्यालयों के संचालकों को दिए निर्देश
इंदौर, 17 नवंबर (Udaipur Kiran) । मध्य प्रदेश के इंदौर में कलेक्टर शिवम वर्मा की अध्यक्षता में सोमवार को कलेक्टर कार्यालय में शासकीय एवं अशासकीय विद्यालयों के संचालकों की महत्वपूर्ण बैठक आयोजित की गई। बैठक में विद्यार्थियों से जुड़े प्रमुख विषयों स्कॉलरशिप , परिवहन व्यवस्था, किताबें, शिक्षण सामग्री, यूनिफॉर्म, फीस एवं अग्नि सुरक्षा पर विस्तृत चर्चा की गई। बैठक में जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी सिद्धार्थ जैन, अपर कलेक्टर रोशन राय, क्षेत्रीय परिवहन अधिकारी प्रदीप शर्मा सहित विभिन्न विभागों के अधिकारी उपस्थित रहे।
बैठक में कलेक्टर वर्मा ने स्पष्ट निर्देश दिए कि विद्यार्थियों के जीवन, स्वास्थ्य और सुरक्षा से जुड़े मुद्दों पर किसी भी प्रकार का समझौता नहीं किया जाएगा। उन्होंने कहा कि बच्चों के जीवन, स्वास्थ्य, सुरक्षा या उनकी पढ़ाई से खिलवाड़ करने वाले संस्थानों पर सख्त कार्रवाई की जाएगी। कलेक्टर ने शिक्षा सामग्री एवं फीस से जुड़े विषयों पर भी स्पष्ट दिशा-निर्देश दिये। उन्होंने कहा कि फीस वृद्धि नियमानुसार ही की जाए तथा अनावश्यक शुल्क वसूली से बचा जाए। बच्चों से किताबें, कॉपियां या अन्य सामग्री किसी एक दुकान से खरीदने के लिए दबाव नहीं बनाया जाए और किसी भी प्रकार की मोनोपॉली नहीं हो।
स्कूली वाहनों की सुरक्षा पर जोर देते हुए कलेक्टर वर्मा ने कहा कि सभी वाहनों में आवश्यक सुरक्षा उपकरण, प्रशिक्षित स्टाफ और वाहन फिटनेस अनिवार्य रूप से उपलब्ध हों। वाहन निर्धारित गति सीमा में चलें तथा सभी में अग्नि सुरक्षा के प्रबंध सुनिश्चित किए जाएं। बैठक में यह भी निर्देश दिए गए कि सभी विद्यालयों में फायर ऑडिट अनिवार्य होगा। स्टाफ को अग्निशमन उपकरणों के संचालन का प्रशिक्षण दिया जाए। विद्यार्थियों और कर्मचारियों को आपदा के समय बचाव हेतु नियमित मॉक ड्रिल कराई जाए।
कलेक्टर ने स्कॉलरशिप से जुड़े प्रकरणों के समय पर निराकरण के निर्देश दिये। उन्होंने कहा कि फीस के कारण किसी भी विद्यार्थी को कक्षा, परीक्षा या टीसी देने से वंचित नहीं किया जाए। आरटीई के तहत प्रवेशित बच्चों के साथ सामान्य विद्यार्थियों की तरह ही व्यवहार किया जाए। उन्होंने कहा कि आरटीई के तहत प्रवेशित बच्चों को आठवीं तक की निःशुल्क शिक्षा प्रदान करना अनिवार्य है। बैठक में कलेक्टर ने सभी शिक्षण संस्थानों को शिक्षा व्यवस्था में पारदर्शिता, सुरक्षा और गुणवत्ता को सर्वोच्च प्राथमिकता देने तथा सभी निर्धारित मानकों का कठोरता से पालन करने के निर्देश दिए।
(Udaipur Kiran) तोमर