Uttar Pradesh

सुदामा चरित्र के वर्णन से श्रीमद्भागवत कथा का समापन

श्रीमद्भागवतकथा सुनाते पंडित अजीत कृष्ण शास्त्री।

मीरजापुर, 17 नवंबर (Udaipur Kiran) । मीरजापुर जिले के हालिया विकास खंड के पिपरा बाजार में आयोजित ग्यारह दिवसीय श्रीमद्भागवत कथा का आज सोमवार को आस्था के साथ समापन हुआ। अंतिम दिन कथा व्यास पंडित अजीत कृष्ण शास्त्री ने सुदामा चरित्र का भावपूर्ण वर्णन किया ताे पूरा पंडाल श्रीकृष्ण–सुदामा की जय के जयघोष से गूंज उठा।

शास्त्री जी ने कहा कि भगवान श्रीकृष्ण और सुदामा की मित्रता संसार के लिए अद्वितीय प्रेरणा है। निर्धनता के बावजूद सुदामा का प्रेम, निष्ठा और स्वाभिमान हमें जीवन में सादगी, विनम्रता और आदर्शों पर चलने की सीख देता है। वहीं सुदामा के प्रति श्रीकृष्ण का स्नेह, उनका चरण पखारना और आदर-सत्कार सभा को भावविभोर कर गया। कथा के अंतिम दिन महापुराण का विधि-विधान से समापन किया गया। व्यास पीठ से शास्त्री जी ने कहा कि श्रीमद्भागवत कथा केवल भगवान की लीलाओं का वर्णन नहीं, बल्कि मानव जीवन को सत्य, प्रेम, धर्म और त्याग के मार्ग पर प्रेरित करने वाला दिव्य ग्रंथ है।

समापन अवसर पर कथा स्थल को पुष्पों से सजाया गया। इसके बाद हवन-पूजन, आरती के बाद महाप्रसाद का वितरण हुआ। कार्यक्रम में मुख्य यजमान मूलचंद अग्रहरि, दिनेश अग्रहरि, श्याम शरण उर्फ मंत्री अग्रहरि, विजय अग्रहरि, पंकज सिंह सहित बड़ी संख्या में महिलाएं-पुरुष उपस्थित रहे।

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(Udaipur Kiran) / गिरजा शंकर मिश्रा