
श्योपुर, 15 नवंबर (Udaipur Kiran) । एलपीजी (तरलीकृत पेट्रोलियम गैस) सिलेंडर कनेक्शनधारी उपभोक्ताओं में से 50 प्रतिशत ने अभी तक ई-केवायसी नहीं कराई है। ऐसे में कई उपभोक्ताओं की जहां सब्सिडी बंद हो चुकी हैं, वहीं आगामी 30 नवंबर के बाद उन्हें गैस रिफलिंग कराने में भी असुविधाओं का सामना करना पड़ सकता है। गैस एजेंसी संचालकों के अनुसार अगले महीने तो जिले के 50 हजार उपभोक्ताओं की गैस रिफिलिंग (सिलेंडर भरवाने) पर भी संकट खड़ा हो सकता है। क्योंकि गैस एजेंसियां बिना ई-केवायसी वाले उपभोक्ताओं की सप्लाई रोकने की तैयारी कर रही है। इसके लिए गैस एजेंसियों द्वारा अपनी अपनी गैस एजेंसियों के माध्यम से उपभोक्ताओं को चेतावनी जारी की जा रही है।
पांच साल पुराने उपभोक्ताओं के लिये जरूरी ई-केवायसी
श्योपुर शहर में 2 गैस एजेंसियां हैं और दोनों के माध्यम से लगभग 25 हजार उपभोक्ता गैस कनेक्शनधारी हैं। स्थिति ये है कि शहर में भी अभी 50 फीसदी के आसपास उपभोक्ताओं ने ही ई-केवायसी कराई है। यूं तो सभी गैस उपभोक्ताओं को ई-केवायसी करानी है, लेकिन 5 साल से ज्यादा पुराने उपभोक्ताओं के लिये ये सबसे पहले अनिवार्य है। श्योपुर नगर में लगभग सभी उपभोक्ता 5 साल पुराने है, बावजूद इसके यहां भी अभी उपभोक्ता ई-केवायसी कराने में पीछे हैं।
उपभोक्ता घर से भी कर सकते हैंई-केवायसी
– सबसे पहले आपको वेबसाइट डब्ल्यूडब्ल्यू डॉट पीएमयूवाय डॉट जीओवी डॉट इन पर जाना होगा।- अब आपको अपनी गैस कंपनी का एप डाउनलोड करना होगा।
– इसके बाद आपको आधार फेस आरडी एप डाउनलोड करना होगा।
– अब आपको उस एप को ओपन करना है इसके बाद आपको अपना वही नंबर दर्ज करना है जो एलपीजी आईडी में है।
– फिर आधार ऑथेंटिकेशन या ई-केवायसी विकल्प चुनें।
– अब आधार फेस आरडी ऐप के माध्यम से चेहरे की पहचान पूरी करें।
ई-केवायसी के लाभ
– सब्सिडी का लाभ सीधे आपके खाते में भेजा जाएगा।
– नकली या गलत उपभोक्ता खातों को हटाने में मदद मिलेगी।
– सरकारी योजनाओं का लाभवास्तविक पात्र लाभार्थियों तक पहुंचेगा।
– पीएम उज्ज्वला योजना के लाभ के लिए उसकी सब्सिडी उसके बैंक खाते में सीधे भेजी जाएगी।
– यह प्रक्रिया बिलकुल फ्री और डिजिटली सुरक्षित है।
श्योपुर गैस सर्विस संचालक, विवेक गोयल का कहना है कि जिले में अभी 50 फीसदी गैस उपभोक्ताओं ने ही ई-केवायसी कराई है। ई केवाईसी अपडेट नहीं होने के बाद अगले महीने से गैस कनेक्शन ब्लॉक हो सकता है। जिले में इंडेन और भारत गैस के माध्यम से कुल 14 गैस एजेंसी संचालित हैं, जिनके अंतर्गत 1 लाख एलपीजी उपभोक्ता हैं, जिसमें से 50 हजार अभी ई-केवायसी से वंचित है। यदि समय रहते ई-केवायसी नहीं कराई तो सब्सिडी बंद होने के साथ ही कनेक्शन भी बंद हो सकता है।
हिन्दुस्थान समाचार/मोहनदत्त शर्मा
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(Udaipur Kiran) / राजू विश्वकर्मा