Madhya Pradesh

सिवनीः बेहरई में 50 साल पुराने हनुमान मंदिर में तोड़फोड़, विहिप बजरंग दल ने एफआईआर की मांग की

Seoni: 50-year-old Hanuman temple vandalized in Behrai, VHP Bajrang Dal demands FIR

सिवनी, 14 नवंबर(Udaipur Kiran) । मध्य प्रदेश के सिवनी जिले के बरघाट विधानसभा अंतर्गत आने वाले ग्राम बेहरई वन डिपो के पास स्थित लगभग 50 वर्ष पुराने हनुमान मंदिर में शुक्रवार को वन विभाग की टीम द्वारा तोड़फोड़ किए जाने को लेकर विवाद खड़ा हो गया है। घटना के विरोध में विश्व हिंदू परिषद और बजरंग दल ने बरघाट थाने में पुलिस अधीक्षक सिवनी के नाम ज्ञापन सौंपते हुए संबंधित वन अधिकारियों,कर्मचारियों पर एफआईआर दर्ज कर तत्काल गिरफ्तारी की मांग की है।

विहिप ने आरोप लगाया कि मंदिर में पिछले दो, तीन महीनों से निवासरत बाबा के सामने वन विभाग की टीम ने टीन शेड, घंटा, पूजा सामग्री, दान पेटी, कलश और सोलर पैनल तक तोड़कर जब्त कर लिया। पुजारी को भी अभिरक्षा में ले जाया गया। विहिप का कहना है कि न तो पुलिस विभाग को सूचना दी गई और न ही राजस्व विभाग को, साथ ही मौके पर मौजूद लोगों से अभद्र व्यवहार किया गया। बरघाट थाने में ज्ञापन सौंपते समय बरघाट विधायक कमल मर्सकोले, विहिप बजरंग दल के पदाधिकारी अखिलेश सिंह चौहान सहित अन्य सदस्य मौजूद रहे। संगठनों ने चेतावनी दी कि कार्रवाई नहीं होने पर उग्र आंदोलन होगा, जिसकी जिम्मेदारी प्रशासन की होगी।

वन विकास निगम के तीन अधिकारी निलंबन के लिए प्रस्ताव

इसी बीच मध्यप्रदेश राज्य वन विकास निगम लिमिटेड, बरघाट परियोजना मंडल के तीन अधिकारियों पर बेहरई परिक्षेत्र में बिना वरिष्ठ अधिकारियों की अनुमति अवैध अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई करने का आरोप लगा है। संभागीय प्रबंधक ने उप संभागीय प्रबंधक अनिल कुमार क्षत्रिय, कार्यवाहक परियोजना क्षेत्रपाल रवि गेडाम तथा दिनेश झारिया के निलंबन के लिए प्रस्ताव क्षेत्रीय मुख्य महाप्रबंधक, जबलपुर को भेजा है।

वरिष्ठ अधिकारी पूरे मामले की समीक्षा कर रहे हैं।

बेहरई परिक्षेत्र से तीन श्रमिक हटाए गए

बरघाट परियोजना मंडल ने शुक्रवार को एक अन्य आदेश जारी करते हुए बेहरई परिक्षेत्र में कार्यरत श्रमिकों वाहिद खान,असीम खान और जावेद खान को तत्काल प्रभाव से हटाने के निर्देश दिए हैं। संभागीय प्रबंधक डेविड चनाप ने कहा कि वन एवं वन्यप्राणी सुरक्षा तथा वानिकी कार्यों की सुचारू व्यवस्था के लिए यह कार्रवाई आवश्यक है। श्रमिकों की सेवाएँ आवश्यकता अनुसार अन्य स्थानों पर ली जाएँगी।

(Udaipur Kiran) / रवि सनोदिया