जयपुर (jaipur) . राजस्थान (Rajasthan) सरकार (Government) (Gehlot Government) ने वरिष्ठ नागरिक तीर्थयात्री योजना के तहत अब सभी धर्मों के प्रमुख तीर्थ स्थल जोड़ने का निर्देश दिए हैं. सीएम अशोक गहलोत (Ashok Gehlot) ने देवस्थान की समीक्षा बैठक के दौरान यह निर्देश दिए हैं. सीएम के निर्देशों के बाद अब वरिष्ठ नागरिक तीर्थयात्री योजना के तहत चारधाम से लेकर, अमृतसर के स्वर्ण मंदिर, कामख्या मंदिर, शिरडी सांईबाबा, हजरत बल दरगाह और हाजी अली दरगाह सहित सभी धर्मों के प्रमुख पवित्र स्थलों की तीर्थयात्रा करवाई जाएगी.
सीएम ने कहा कि कोविड के बाद की परिस्थितियों के अनुरूप देवस्थान विभाग अधिक से अधिक वरिष्ठजनों को लाभान्वित करने के उद्देश्य से इस योजना का विस्तार करें. इसमें सभी धर्मों के अन्य प्रमुख तीर्थस्थल जोड़े जाएं और इस बात का पूरा ध्यान रखा जाए कि यात्रा के दौरान वरिष्ठ नागरिकों को कोई तकलीफ न हो एवं उन्हें सभी आवश्यक सुविधाएं मिलें. सीएम गहलोत ने कैलाश मानसरोवर-सिंधु दर्शन योजना सहित विभाग की अन्य योजनाओं को अभी तक के अनुभवों के आधार पर पुनर्गठित करने के भी निर्देश दिए हैं.
सीएम ने कहा कि प्रदेश के जिन भी मंदिरों के जीर्णोद्धार और विकास के काम चल रहे हैं, उन्हें देवस्थान विभाग निर्धारित समयावधि में पूरा करे. इस दौरान मुख्यमंत्री (Chief Minister) ने विभाग की बजट घोषणाओं की प्रगति की भी समीक्षा की. उन्होंने कहा कि विभिन्न न्यायालयों में लंबित विभाग से संबंधित प्रकरणों को जल्द निस्तारित करवाने के प्रयास करें. इस बैठक में देवस्थान विभाग के प्रमुख सचिव आलोक गुप्ता ने प्रजेंटेशन में बताया कि विभाग की राज्य के बाहर बनी धर्मशालाओं में बीपीएल कार्डधारकों के लिए मुफ्त ठहरने की सुविधा शुरू कर दी गई है.