
जीरे की फसल पर अग्रिम पंक्ति प्रदर्शन कार्यक्रम का आयोजन
जोधपुर, 06 नवंंबर (Udaipur Kiran) । कृषि विश्वविद्यालय के डॉ. बीआर चौधरी कृषि अनुसंधान केंद्र मंडोर एवं अखिल भारतीय समन्वित मसाला अनुसंधान परियोजना (एआईसीआरपी ऑन स्पाइसेज) के अन्तर्गत अनुसूचित जाति उपयोजना के संयुक्त तत्वावधान में जीरे की फसल पर अग्रिम पंक्ति प्रदर्शन कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम के दौरान किसानों को जीरा फसल के लिए आवश्यक कृषि आदान वितरित किए गए।
कार्यक्रम के दौरान प्रभारी डॉ. अनिल कुमार वर्मा ने किसानों को संबोधित करते हुए बताया कि पश्चिमी राजस्थान में जीरा एक प्रमुख नकदी फसल है, जो किसानों की आय का मुख्य स्रोत है।
उन्होंने किसानों को जीरे की उन्नत कृषि तकनीकों एवं वैज्ञानिक पद्धतियों के माध्यम से खेती कर उच्च उत्पादकता एवं अधिक लाभ अर्जित करने के उपाय बताए। प्रदर्शन के दौरान किसानों को उन्नत बीजों के उपयोग से उत्पादन वृद्धि, फसल प्रबंधन, आर्थिक लाभ बढ़ाने, तथा रोग एवं खरपतवार नियंत्रण तकनीकों की विस्तृत जानकारी प्रदान की गई। कार्यक्रम में किसानों को मुख्य आदान के रूप में जीरे की उन्नत किस्म जीसी-4 का प्रमाणित बीज, जिंक सल्फेट, व खरपतवारनाशी वितरित किए गए। इस अवसर पर सह-प्रभारी डॉ. हरि दयाल चौधरी ने जीरे में उखटा रोग प्रबंधन संबंधी जैविक तकनीक पर विस्तृत मार्गदर्शन दिया।
(Udaipur Kiran) / सतीश