रोहतक, 15 जुलाई (Udaipur Kiran) । सामान्य अस्पताल के डाॅक्टरों ने डाॅक्टर एसोसिएशन के तत्वाधान में सोमवार को दो घंटे की सांकेतिक हड़ताल की गई । डाॅक्टर अपनी लंबित मांगों को मनवाने के लिए काफी दिनों से प्रयासरत हैं। डाॅक्टर एसोसिएशन के सीनियर वाइस प्रेसिडेंट डा हरविंदर का कहना है कि डाॅक्टर अपनी मांगों को मनवाने के लिए संवैधानिक तरीका अपना रहे हैं। जबकि सरकार उनकी मांगों को हमेशा अनदेखा कर रही है यहां तक की सरकार द्वारा कोरोना काल में किए गए वादे भी अभी तक पूरे नहीं किए हैं।
डाॅक्टर हरविंदर ने कहा है की जो डाॅक्टर पीजी करते हैं सरकार उनसे एक करोड रुपए का बांड भरवाती है, जोकि हर डाॅक्टर की पहुंच से बाहर है। डाॅक्टर एसोसिएशन का कहना है कि इस राशि को घटाया जाए ताकि सभी डाॅक्टर सुलभ तरीके से पीजी कर सके। साथ ही डाॅक्टर एसोसिएशन की मांग है कि डाॅक्टरों का स्पेशलिस्ट केडर बनाया जाए जो डाॅक्टर जिस स्पेशलाइजेशन का है वह केवल उसी का काम करें ना कि उसे दूसरे कामों में लगाया जाए। बढ़ते मरीजों के बीच प्रत्येक विभाग के डाॅक्टर पर काम का बोझ बढ़ता जा रहा है इसलिए सरकार डाॅक्टर की नई भर्ती कर इस बोझ को कम करें साथ ही जो उनके भत्ते हैं वह नियमानुसार उन्हें दिए जाएं।
सरकार द्वारा बनाई गई एक कमेटी की रिपोर्ट के अनुसार यह बताया जा चुका है कि निजी अस्पतालों और सरकारी अस्पताल में वेतन का अंतर काफी बड़ा है। यही कारण है कि डाॅक्टर सरकारी अस्पतालों में काम करना कम पसंद करते हैं और जो डाॅक्टर काम करते हैं सरकार उनसे भेदभाव करती है। डाॅक्टर हरविंदर सिंह ने सरकार को चेतावनी दी है कि अगर 25 जुलाई तक उनकी मांग नहीं मानी तो उन्हें बड़ा आंदोलन करना पड़ेगा। जिसमें वह इमरजेंसी सेवाएं भी बंध कर देंगे। इसलिए उन्होंने सरकार से निवेदन किया है कि सरकार उनकी लंबित पड़ी मांगों को जल्द से जल्द पूरा करें ताकि भविष्य में मरीजों को परेशानी का सामना न करना पड़े।
(Udaipur Kiran) / अनिल शर्मा / SANJEEV SHARMA