Haryana

बिहार चुनाव हारने के डर से भूमिका तैयार कर रहे हैं राहुल गांधी : डाॅ. अरविंद शर्मा

हरियाणा के कैबिनेट मंत्री अरविंद शर्मा

-भाजपा का सीधे जनता से गठजोड़, चुनाव आयोग स्वायत्त संस्था -गोहाना की जलेबी की मिठास पहुंची बिहार, रिकार्डतोड बहुमत से जीतेगा एनडीए

चंडीगढ़, 5 नवंबर (Udaipur Kiran) । सहकारिता एवं पर्यटन मंत्री डॉ. अरविंद शर्मा ने कहा कि हरियाणा में लोकसभा चुनाव के दौरान पांच सीटें जीतकर खुश होने वाली कांग्रेस को विधानसभा चुनाव में जनता-जर्नादन ने लगातार तीसरी बार हरा दिया तो वे रोने लगे, जबकि दोनों बार मतदाता वही थे। कैबिनेट मंत्री डॉ. अरविंद शर्मा ने कहा कि कांग्रेस और राहुल गांधी बिहार चुनाव में बड़ी हार को देखते हुए भूमिका तैयार कर रहे हैं कि उन्हें चुनाव हारने के बाद क्या बोलना है।

बुधवार को कांग्रेस नेता राहुल गांधी द्वारा चुनाव आयोग और भाजपा की भूमिका को लेकर हरियाणा के संबंध में उठाए गए सवालों पर पलटवार करते हुए सहकारिता मंत्री डॉ. अरविंद शर्मा ने कहा कि राहुल गांधी बिहार में बड़ी हार को देखकर घबरा गए हैं और हरियाणा के बहाने भाजपा और चुनाव आयोग में गठजोड़ का राग अलाप रहे हैं। कैबिनेट मंत्री डॉ. अरविंद शर्मा ने कहा कि भाजपा का गठजोड़ सीधा जनता के साथ है, क्योंकि भाजपा ने गरीब, वंचित, जरूरतमंद के उत्थान की दिशा में जनता का भरोसा जीता है। चुनाव आयोग स्वायत्त संस्था है। मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी द्वारा मतगणना से दो दिन पहले हमारी सब व्यवस्था है, पर राहुल गांधी द्वारा उठाए सवाल के जवाब में कैबिनेट मंत्री डाॅ. अरविंद शर्मा ने कहा कि किसी को शक नहीं होना चाहिए कि भाजपा के पास व्यवस्था थी। उन्होंने कहा कि मजबूत संगठन की व्यवस्था, पारदर्शी नीतियों की व्यवस्था, अंत्योदय भाव के साथ किसान, गरीब, मध्यम वर्गीय परिवारों, जरूरतमंद के उत्थान के लिए योजनाओं की व्यवस्था। कांग्रेस की गुटबाजी, भेदभाव और भ्रष्टाचार की व्यवस्था पर भारी पड़ी।कैबिनेट मंत्री डॉ. अरविंद शर्मा ने कहा कि बिहार चुनाव में मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी द्वारा किए गए प्रचार और मंत्रिमंडल सहयोगियों द्वारा निभाई जा रही जिम्मेदारी के बीच गोहाना की जलेबी की मिठास भी बिहार पहुंच चुकी है। उन्होंने कहा कि एनडीए गठबंधन बिहार में रिकार्डतोड़ बहुमत के साथ सरकार बना रहा है। एनडीए गठबंधन के जनता-जर्नादन में निरंतर बढ़ रहे विश्वास की बदौलत ही आज कांग्रेस और उनके सहयोगी दलों के पैर बिहार के चुनावी रण में उखड़ने लगे हैं।—————

(Udaipur Kiran) शर्मा