RAJASTHAN

पुष्कर मेला : ब्रह्म चतुर्दशी पर संतों का शाही स्नान, वैदिक मंत्रोच्चार से गूंजा सरोवर तट

पुष्कर के सप्त ऋषि घाट पर वैदिक मंत्रोच्चार के बीच पूजा अर्चना की गई।

अजमेर, 4 नवंबर (Udaipur Kiran) । विश्वप्रसिद्ध पुष्कर मेले में मंगलवार को पंचतीर्थ स्नान के तीसरे दिन ब्रह्म चतुर्दशी के अवसर पर देशभर से आए संत-महंतों ने सप्तऋषि घाट पर शाही स्नान किया। इस मौके पर पुष्कर तीर्थ नगरी भक्ति, आस्था और उत्साह से सराबोर रही। सुबह मंगला आरती से पहले ब्रह्माजी का महा अभिषेक किया गया, इसके बाद 56 भोग की झांकी सजाई गई और महाआरती के साथ धार्मिक अनुष्ठान संपन्न हुए।

सैन भक्ति पीठ के सैनाचार्य अचलानंदाचार्य महाराज और राम रमैया आश्रम के महंत प्रेमदास महाराज के सानिध्य में संतों की शाही यात्रा निकाली गई। यात्रा रामधाम तिराहा, गुरुद्वारा और हाईलेवल ब्रिज होते हुए सप्तऋषि घाट पहुंची। संकीर्तन और हरिनाम की गूंज के बीच संतों की टोलियां जब सरोवर की ओर बढ़ीं तो श्रद्धालुओं ने फूल बरसाकर उनका स्वागत किया। घाट पर पहुंचकर संतों ने ब्रह्म सरोवर का पूजन-अभिषेक किया और शाही डुबकी लगाई। इस अवसर पर संत महादेव महाराज ने भगवान शिव का स्वरूप धारण कर सरोवर में स्नान किया और भक्तों को आशीर्वाद दिया। सप्तऋषि घाट पर वैदिक मंत्रोच्चार के बीच हवन और यज्ञ हुआ। संतों ने भोलेनाथ का डमरू बजाते हुए आरती की और पर्यावरण संरक्षण, नशा मुक्ति तथा समाज में शांति और सद्भावना का संदेश दिया।

पुष्कर मेला मैदान में सोमवार रात आयोजित बॉलीवुड नाइट में पार्श्वगायक रूप कुमार राठौड़ और सोनाली राठौड़ ने गीत-संगीत की सुरमयी प्रस्तुतियों से दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया। स्टेडियम तालियों की गड़गड़ाहट और संगीत की लहरों से गूंज उठा।

मेले में अब तक 6685 पशुओं की आमद हुई है। इनमें से 790 पशुओं की बिक्री के साथ तीन करोड़ 50 लाख 92 हजार रुपए का कारोबार हुआ है। मंगलवार को सुबह 10:30 बजे मटका रेस, 11:30 बजे म्यूजिक चेयर रेस, दोपहर एक बजे ग्रामीण खेलकूद प्रतियोगिता, शाम छह बजे महाआरती, 6:30 बजे वॉइस ऑफ पुष्कर में लोक कलाकारों की प्रस्तुति, सात बजे रामायण मंचन और रात 9:30 बजे कवि सम्मेलन आयोजित होगा। समापन बुधवार को कार्तिक पूर्णिमा पर महास्नान से होगा, जब लाखों श्रद्धालु ब्रह्मा सरोवर में डुबकी लगाकर पुण्य अर्जित करेंगे।

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(Udaipur Kiran) / रोहित