शिवपुरी, 16 जुलाई (Udaipur Kiran) । शिवपुरी जिले के खनियांधाना के बामौरकलां के पास पिछोर-चंदेरी नेशनल हाइवे पुरी तरह गड्डों में तब्दील हो चुका है। स्थिति यह है सड़क पर हुए गड्ढ़ों में बारिश का पानी भर रहा है, जिससे निकालने वाले वाहन चालकों को गड्डों का अनुमान नही रहता और वह गिर कर चोटिल हो रहे है। वही सड़क पर गड्ढ़े होने से गाड़ियों में भी अधिक नुकसान हो रहा है। बता दें किं कुछ समय पूर्व ही सड़क का निर्माण कराया गया था लेकिन जल्द सड़क पर गड्ढे हो जाने से उसकी गुणवत्ता पर सवाल उठ रहे हैं। वहीं, सड़क के दोनों और नालियों का निर्माण कराया गया था। जिसके ऊपर ढक्कन नही लगाए गए जिससे उसमें कचरा भर जाने से वह चौक हो गई और नाली का सारा पानी सड़क पर आ रहा है।
रोड की हालत खस्ता होने से बड़े हादसे-
खनियांधाना के बामौरकलां से गुजरे पिछोर-चंदेरी नेशनल हाइवे पुरी तरह गड्डों में तब्दील हो चुका है। यहां सड़क पर जगह जगह गड्ढे हो गए हैं। इसका बड़ा खामियाजा पिछोर से खनियांधाना जाने वाली यात्री बसों को भुगतना पड़ रहा है। वहीं, झांसी से इंदौर भोपाल जाने वाली वीडियो कोच बसों को भी बदहाल सड़क की वजह से खासी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। सड़क की खस्ता हालत होने न सिर्फ वाहनों को नुकसान हो रहा है, वरन वाहनों के साथ हादसों का खतरा भी बढ़ गया है। सड़क की जर्जर हालत के बाद भी जिम्मेदार मौन हैं
हाईवे के दोनों ओर नालियां चोक, सड़क पर आ रहा पानी-
बामौरकलां क्षेत्र से निकले हाइवे के दोनों नालियों का निर्माण कराया गया था, जिससे सड़क का पानी नालियों के सहारे निकल जाए पर नालियों पर ढक्कन नहीं लगाए गए। जिससे नालियों में कचरा भर गया और नालियां चोक हो गई, जिससे नालियों का गंदा पानी सड़क पर भर रहा है वाहनों के पहिए आने पर पानी उचट कर दुकानों में जा रहा है। जिसके कारण दुकानदार और स्थानीय लोग परेशान हैं।
नेता और अफसरों का मुख्य मार्ग लेकिन कोई ध्यान नहीं-
पिछोर-चंदेरी मार्ग होते हुए क्षेत्रीय नेता और अधिकारी भोपाल इसी मार्ग से भोपाल जाते हैं जहां वहां बामौरकलां से निकलते हैं वही झांसी, पिछोर से कई यात्री बसें इस रास्ते होकर भोपाल और इंदौर जाती है। लेकिन किसी भी नेता या अधिकारियों को यह गड्ढे नहीं दिख रहे शायद इसलिए सड़क के गड्डों को भरवाया नहीं जा रहा। गड्डों के कारण इस रास्ते पर कई हादसे भी हो चुके हैं और प्रतिदिन बाइक सवार गड्डों में गिर कर घायल हो रहे हैं।
(Udaipur Kiran) / रणजीत गुप्ता / राजू विश्वकर्मा