Haryana

हिसार : पूर्वांचल समाज के लोगों ने पकवान बनाकर किया खरना

बाजार में खरना के दिन पूजा का सामान खरीदते छठव्रती।

आस्था का पर्व छठ महाव्रत सोमवार को, जिंदल सरोवर सजकर तैयारहिसार, 26 अक्टूबर (Udaipur Kiran) । लोक आस्था के पर्व छठ महापर्व के दूसरे दिन रविवार को खरना किया गया। समिति से जुड़े हजारों घरों में विभिन्न तरह के पकवान बनाये गये। दिनभर उपवास रखकर सायंकाल सूर्य भगवान की पूजा करके खीर और पूरी का भोग लगाकर अपने घरों में हवन करके सूर्य भगवान के नाम पर 108 मंत्रों की आहुति दी गई। पूर्वांचल जन कल्याण संगठन समिति के महासचिव आचार्य मुरलीधर पांडेय व कोषाध्यक्ष आचार्य शिवपूजन मिश्र ने बताया कि 27 अक्तूबर को छठ महापर्व के दिन जिंदल पार्क, मिल गेट स्थित जिंदल सरोवर में अस्ताचलगामी भगवान सूर्य को त्रिवेणी के जल व गाय के दूध से अध्र्य दिया जाएगा। इसके लिये बाजार में पूजा-अर्चना के लिये जमकर खरीददारी की गई। लोगों ने कद्दू, ठेंकूवा, ईख, गुना, मौसमी फल, सीताफल, मूली, हल्दी, अदरक, सोने-चांदी, पीतल एवं बांस (छाज-सूप) आदि की खरीददारी की। जिंदल सरोवर सजकर तैयार हो गया है। 28 अक्तूबर को प्रात: उगते हुए सूर्य को अर्घ्य देने उपरांत महापर्व सम्पन्न हो जाएगा। साेमवार काे दिन भर चलेगा कार्यक्रमसमिति के सहसचिव रविन्द्र सिंह एवं कानूनी सलाहकार अर्चना पांडेय ने बताया कि चार दिवसीय अनुष्ठान के तीसरे दिन 27 अक्तूबर को प्रात: 6 बजे शंख ध्वनि के साथ महोत्सव का शुभारंभ किया जाएगा। प्रात: 9 बजे से दोपहर 12 बजे तक घाट पूजन एवं घाट संरक्षण का कार्यक्रम चलेगा। 12 बजे से दोपहर बाद 2 बजे तक सवा क्विंटल गन्ना, फूलमाला एवं छठ माता का श्रृंगार किया जाएगा। 2 बजे से सूर्य षष्ठी महायज्ञ प्रारंभ किया जाएगा। सूर्य संहिता के विशेष मंत्रों द्वारा आचार्य शिवपूजन मिश्र एवं आचार्य सुरेश प्रसाद मिश्र की अध्यक्षता में सूर्य षष्टी महायज्ञ होगा जिसमें कांशी, अयोध्या, वृंदावन, हरिद्वार से आए हुए विद्वानों द्वारा आदित्य ह्रदय स्तोत्र तथा सूर्य संहिता के विशेष मंत्रों द्वारा हवन एवं पाठ किया जाएगा। इसके लिए चारों दिशा में चार कुंड बनाए जाएंगे। समिति के संरक्षक डॉ. राधेश्याम शुक्ल ने बताया कि इस बार छठ पूजा के लिये घाट पर जाने के लिये शुभ मुर्हुत 3 से 5 बजे का है। इन हवन कुंडों की जिम्मेवारी मुख्तार गिरी को सौंपी गई है। सायं 5:30 बजे से अस्ताचल सूर्य को दूध एवं त्रिवेणी जल से अध्र्य दिया जाएगा। इसके उपरांत 6 बजे सूर्य भगवान की 11 लाख ज्योतों द्वारा महाआरती की जाएगी। छठव्रतियों से प्रार्थना है कि अर्घ्य के बाद छठी मैय्या के पांच गीत अवश्य गाएं तथा एक घंटे तक घाट जगाएं। समिति के कोषाध्यक्ष आचार्य शिवपूजन शास्त्री ने बताया कि 27 अक्तूबर को सायं 4 बजे हरियाणा की पूर्व मंत्री व हिसार की विधायक सावित्री जिंदल मुख्यातिथि के रुप में भाग लेंगी। अध्यक्षता डॉ. राधेश्याम शुक्ल करेंगे। अति विशिष्ट अतिथि के रुप में केबिनेट मंत्री रणबीर गंगवा व समाजसेवी प्रेम प्रकाश बिश्नोई, जगान वाले उपस्थित होंगे।

(Udaipur Kiran) / राजेश्वर

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