जम्मू, 16 जुलाई (Udaipur Kiran) । डोडा जिले में भारी हथियारों से लैस आतंकवादियों के साथ मुठभेड़ में एक अधिकारी समेत चार सैन्यकर्मी शहीद हो गए। वरिष्ठ पीडीपी नेता और सामाजिक कार्यकर्ता ने मंगलवार को केंद्र पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि पिछले तीन हफ्तों में डोडा जिले के जंगलों में सुरक्षा बलों और आतंकवादियों के बीच यह तीसरी बड़ी मुठभेड़ है। जम्मू क्षेत्र के सीमावर्ती जिलों में इस साल अप्रैल से आतंकी हमलों में अचानक वृद्धि देखी गई है। हमलों में सेना के एक कैप्टन समेत 12 सुरक्षाकर्मी और 10 नागरिक मारे गए हैं जबकि 55 लोग घायल हुए हैं। नरिंदर ने जम्मू क्षेत्र को आतंकवादियों द्वारा निशाना बनाए जाने पर चिंता व्यक्त की।
उन्होंने कहा कि सुरक्षाकर्मी जम्मू-कश्मीर से आतंकवाद के अभिशाप को खत्म करने के लिए प्रतिबद्ध हैं जिसके लिए निरंतर अभियान जारी रहना चाहिए। उन्होंने कहा कि समय की मांग है कि जम्मू-कश्मीर पुलिस के साथ मिलकर संयुक्त और समन्वित अभियान चलाए जाएं ताकि सीमा पार से घुसपैठ कर आए विदेशी आतंकवादियों को खत्म किया जा सके जो जम्मू क्षेत्र के उधमपुर, डोडा और किश्तवाड़ जिलों के ऊपरी इलाकों में और उसके बाद कश्मीर में घुस रहे हैं।
उन्होंने कहा कि मोदी सरकार ऐसे काम कर रही है, जैसे सब कुछ सामान्य रूप से चल रहा है और कुछ भी नहीं बदला है। उन्हें पता होना चाहिए कि जम्मू क्षेत्र इन हमलों का खामियाजा भुगत रहा है। हम झूठी डींगें हांककर, फर्जी बयानबाजी करके और शोर-शराबा करके अपनी राष्ट्रीय सुरक्षा को खतरे में नहीं डाल सकते। उन्होंने आरोप लगाया कि सैनिक और उनके परिवार भाजपा की गलत नीतियों का खामियाजा भुगत रहे हैं।
(Udaipur Kiran) / राहुल शर्मा / बलवान सिंह