Madhya Pradesh

अब सेंट्रल इंडिया के ग्रीन मैनूफैक्चरिंग हब के रूप में जाना जाएगा मप्र का मक्सी: मुख्यमंत्री डॉ. यादव

शाजापुर जिले के औद्योगिक प्रक्षेत्र मक्सी के दशहरा मैदान में विभिन्न औद्योगिक इकाइयों के भूमिपूजन एवं लोकार्पण कार्यक्रम
शाजापुर जिले के औद्योगिक प्रक्षेत्र मक्सी के दशहरा मैदान में विभिन्न औद्योगिक इकाइयों के भूमिपूजन एवं लोकार्पण कार्यक्रम

– मुख्यमंत्री ने मक्सी में किया 8174 करोड़ लागत की 6 औद्योगिक इकाइयों और 487 करोड़ के 20 विकास कार्यों का लोकार्पण एवं भूमिपूजन

भोपाल, 16 नवम्बर (Udaipur Kiran) । मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा कि मालवा क्षेत्र अपनी मीठी संस्कृति और उर्वर भूमि के लिए मशहूर है, अब यह ग्रीन एनर्जी का हब बनने जा रहा है। यह क्षेत्र विकास के नए संकल्पों के साथ नई ऊर्जा और उमंग से प्रदीप्त हो रहा है। शाजापुर सोने और नमकीन के लिए जाना जाता है, वह अब अपनी औद्योगिक प्रगति के लिए भी पहचाना जा रहा है। बाबा महाकाल की कृपा से उज्जैन-शाजापुर की पुण्यधरा हरित ऊर्जा उत्पादन में उपयोग होने वाले सभी उपकरणों का प्रोडक्शन सेंटर बनने जा रही है। मक्सी नगर अब सेंट्रल इंडिया के ग्रीन मैनुफैक्चरिंग हब के रूप में विकसित होकर अपनी नई पहचान कायम करेगा। इससे यहां के किसानों को अपने ही क्षेत्र में प्रोसेसिंग, पैकेजिंग और भंडारण की भी सुविधा मिलेगी।

मुख्यमंत्री डॉ. यादव रविवार को शाजापुर जिले के औद्योगिक प्रक्षेत्र मक्सी के दशहरा मैदान में विभिन्न औद्योगिक इकाइयों के भूमिपूजन एवं लोकार्पण कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कार्यक्रम में करीब 8174 करोड़ रुपये की लागत से बनने वाली 6 औद्योगिक इकाइयों का भूमिपूजन एवं लोकार्पण किया। इसमें चार इकाइयों का भूमिपूजन एवं दो इकाइयों का लोकार्पण शामिल है। मुख्यमंत्री ने करीब 384 करोड़ रुपये से अधिक की लागत से उज्जैन से मक्सी तक निर्मित होने वाली करीब 38.95 किलोमीटर लम्बी फोर लेन रोड़ निर्माण कार्य का भूमिपूजन भी किया।

मुख्यमंत्री ने कहा कि मध्य प्रदेश में अपनी पावन परम्पराओं की चमक, प्रगति एवं समृद्धि की नई रौशनी और विकसित भविष्य की आहट सुनाई दे रही है। हम प्रदेश के युवाओं के सपनों में विकास के नए रंग भर रहे हैं। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में डबल इंजन सरकार की सरकार में हमारा मध्य प्रदेश समृद्धि और प्रगति की अनवरत यात्रा पर अग्रसर है। आज मक्सी औद्योगिक क्षेत्र में हुआ विभिन्न नवीन औद्योगिक इकाइयों के भूमिपूजन की एक-एक ईंट मालवा क्षेत्र की नई ऊर्जा और विकास का आधार बनेगी।

मुख्यमंत्री ने कहा कि बहुतजल्द यह भूमि न केवल आध्यात्मिक प्रकाश में आलोकित होगी, बल्कि औद्योगिक ऊर्जा से भी दमकेगी। पार्वती-कालीसिंध नदी जोड़ो लिंक परियोजना का लाभ भी क्षेत्र को मिलेगा। आज मक्सी की इस ऊर्वर भूमि पर विकास का जो बीज बोया जा रहा है, वह आने वाले वर्षों में हजारों युवाओं के जीवन में समृद्धि लेकर आएगा। आज शाजापुर जिले को डबल गिफ्ट मिल रहा है। औद्योगिक इकाइयों की स्थापना के साथ शाजापुर को कई विकास कार्यो की सौगातें भी दी जा रही हैं। आज यहां 487 करोड़ 36 लाख रुपये की लागत से 20 विकास कार्यों का लोकार्पण और भूमिपूजन सम्पन्न हुआ है। छह औद्योगिक इकाइयों के भूमिपूजन और लोकार्पण से यहां 8174 करोड़ रुपये से अधिक का पूंजी निवेश आएगा। इससे इस क्षेत्र के 15 हज़ार से अधिक लोगों को प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रोजगार मिलेगा।

मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि मध्य प्रदेश शांति, समरसता, सुशासन, औद्योगीकरण के साथ-साथ लोकतांत्रिक परम्पराओं के सहज स्थापन का केंद्र बन चुका है। हमारे यहां सब मिलकर साल भर होली-दीवाली मनाते हैं। हमारी बहनें हर महीने भाईदूज और रक्षाबंधन मनाती हैं। उन्होंने कहा कि जैसी नीयत, वैसी बरकत। बहनों के आर्थिक कल्याण के लिए हमने जो कहा वह किया। जो वादा किया था, वह पूरा करके भी दिखा दिया है। लाड़ली बहना योजना के तहत 1500 रुपये की मासिक आर्थिक सहायता के अलावा हमारी सरकार रोजगार आधारित उद्योगों में रोजगार पाने वाली कामकाजी बहनों को हर महीने पांच हजार रुपये की अतिरिक्त प्रोत्साहन राशि देगी। उनके नियोक्ता की तरफ से जो मासिक वेतन मिलेगा, सो अलग। हम गीता जयंती भी हर्ष और आनंद के साथ मनाएंगे। साथ ही प्रदेश के सभी नगरों में गीता भवन भी बनाएंगे।

मुख्यमंत्री ने कहा कि उज्जैन और शाजापुर जुड़वा भाईयों की तरह हैं। उज्जैन में हो रहे विकास का लाभ शाजापुर को भी बराबर मिल रहा है। इन दिनों शाजापुर जिले में विकास का नया सैलाब आ रहा है। शुजालपुर में आयुर्वेदिक कॉलेज और शाजापुर में मेडिकल कॉलेज बनने जा रहा है। हमारी सरकार ने 15 नवम्बर को राष्ट्रीय जनजातीय गौरव दिवस मनाया है। प्रदेश के जनजातीय भाइयों के कल्याण के लिए हम कोई कमी नहीं रखेंगे। अब जनजातीय कार्य विभाग के अधीर कन्या शिक्षा परिसर/आश्रम/छात्रावास महारानी दुर्गावती के नाम से जाने जाएंगे। इसी तरह बालक छात्रावास महाराजा शंकर शाह के नाम पर संचालित किए जाएंगे।

उज्जैन, शाजापुर और देवास बन रहा है नया औद्योगिक सर्किट

मुख्यमंत्री ने कहा कि उज्जैन, देवास और शाजापुर मिलकर अब मध्य प्रदेश की नई औद्योगिक त्रिवेणी बन रहे हैं। यहां निवेश, इंडस्ट्री, उपजाऊ भूमि और स्किल्ड वर्कफोर्स भी उपलब्ध है। उज्जैन-देवास-शाजापुर कॉरिडोर की सबसे बड़ी ताकत इसकी ऑल टाइम कनेक्टिविटी है। यह क्षेत्र केवल औद्योगिक भूमि का समूह नहीं रहा, बल्कि ग्रीन एनर्जी, मैन्युफैक्चरिंग, एमएसएमई, सप्लाई चेन, खाद्य प्रसंस्करण और ऊर्जा उपकरणों के निर्माण का तेज़ी से उभरता हुआ क्लस्टर बन चुका है। उन्होंने कहा कि शाजापुर के मक्सी नगर में 88 हेक्टेयर क्षेत्रफल में एक बहुउद्देशीय औद्योगिक क्षेत्र विकसित किया गया है। यहां की 60 से अधिक सक्रिय औद्योगिक इकाइयां स्थानीय रोज़गार का बड़ा आधार बन चुकी हैं। इन इकाइयों से लगभग 9 हज़ार लोगों को रोजगार मिल रहा है।

मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि हमारी सरकार द्वारा अबतक फसल क्षति एवं प्राकृतिक आपदा में कुल 1802 करोड़ रुपये से अधिक की राहत राशि प्रदेश के पीड़ित किसानों को दी जा चुकी है। किसान भाइयों के लिए भावांतर योजना भी शुरू हो गई है। अभी तीन दिन पहले ही प्रदेश के 1.33 लाख से अधिक किसानों के खातों में 233 करोड़ रुपये भावांतर राशि अंतरित की गई। हमारी सरकार ने योजना की शुरुआत करने के 15 दिन में ही किसानों से किया वादा पूरा किया।

कार्यक्रम में शासन की विभिन्न योजनाओं के तहत चयनित हितग्राहियों को हितलाभ वितरण भी किया गया। मुख्यमंत्री ने कार्यक्रम स्थल पर लगाई गई विकास प्रदर्शनी का अवलोकन कर सामाजिक न्याय एवं दिव्यांगजन सशक्तिकरण विभाग द्वारा दिव्यांग हितग्राहियों को ट्राइसिकल एवं अन्य सहायक उपकरणों का वितरण किया। मुख्यमंत्री द्वारा आज जिन औद्योगिक इकाइयों का भूमिपूजन किया गया, उनमें मेसर्स जैक्सन इन्ट्रीग्रेटेड सोलर लिमिटेड की निर्माण इकाई (निवेश राशि 7104.89 करोड़ रुपये) और मेसर्स रूक्मणी एंड संस की निर्माण इकाई (निवेश राशि – 10 करोड़ रुपये) शामिल हैं। स्थानीय जनप्रतिनिधियों की मांग पर मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने शाजापुर जिले के विकास से जुड़ी कई घोषणाएं भी कीं।

(Udaipur Kiran) तोमर