नई दिल्ली . प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज सिखों के 9वें गुरु गुरुतेग बहादुर का4 वां प्रकाशोत्सेव आयोजित करने के लिए उच्चजस्तररीय समिति की बैठक की अध्य क्षता की. बैठक वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से आयोजित की गई.
बैठक में भाग लेने वाले प्रतिनिधियों ने गुरु तेग बहादुर का प्रकाशोत्सुव आयोजित करने के प्रधानमंत्री के शानदार विज़न के लिए उन्हें धन्यचवाद दिया. उन्हों ने गुरु तेगबहादुर के धार्मिक आजादी के लिए दिए गए विभिन्नत योगदानों और बलिदान को याद किया. इन प्रतिनिधियों ने प्रकाशोत्साव के लिए कुछ जानकारियां व सुझाव दिए और कहा कि उनके जीवन के विभिन्नि पहलुओं को उजागर करना जरूरी है. केन्द्रीिय गृह मंत्री ने कहा कि ऐसे सामूहिक प्रयास किये जाने चाहिए, जिससे यह सुनिश्चित हो सके कि गुरु तेगबहादुर जी का संदेश सभी तक पहुंचे. संस्कृनति सचिव ने प्रकाशोत्सहव के लिए अब तक दिए गए सुझावों पर एक प्रस्तुिति दी.
बैठक में भाग लेने वाले प्रतिनिधियों को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री नेउन्हें. धन्यदवाद दिया. उन्होंने कहा कि गुरु तेगबहादुर का 4 वां प्रकाशोत्साव हमारा सौभाग्यए और राष्ट्रीय कर्तव्य है. उन्हों ने गुरु तेगबहादुर के जीवन की शिक्षाओं को साझा करते हुए कहा कि हम सभी को उनसे प्रेरणा लेनी चाहिए. उन्होंने जोर देकर कहा कि इन शिक्षाओं को युवा पीढ़ी समझे और दुनियाभर में डिजिटल माध्यवमों से उनके संदेश का आसानी से प्रसार किया जा सकता है.
प्रधानमंत्री ने कहा कि सिख गुरु परम्पिरा संपूर्ण जीवन का दर्शन है. यह सरकार का सौभाग्य और अच्छी किस्मत है कि उसे सिख धर्म के संस्थामपक गुरु नानक देव का 550वां प्रकाश पर्व, गुरु तेगबहादुर का 4 वां प्रकाशोत्सोव और सिखों के 10वें गुरु गुरु गोविंद सिंह का 350वां प्रकाश पर्व मनाने का अवसर मिला.
बैठक में हुए विचार-विमर्श की विस्तृत चर्चा करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि गुरु तेग बहादुर का 4 वां प्रकाशोत्सव मनाने के लिए अधिक से अधिक लोगों को जोड़ने के लिए वर्षभर विभिन्न कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे. उन्होंने कहा कि कार्यक्रमों का आयोजन इस प्रकार होना चाहिए जिसमें न केवल गुरु तेगबहादुर के जीवन और शिक्षाओं को शामिल किया जाए, बल्कि दुनियाभर में फैली समूची गुरु परम्परा को भी शामिल किया जाए. दुनिया भर में सिख समुदाय और गुरुद्वारों द्वारा की जा रही समाज सेवा की सराहना करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि सिख परम्परा के इस पहलू के बारे में उपयुक्तर अनुसंधान और प्रलेखन किया जाना चाहिए.
बैठक में पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह, केन्द्रीय गृह मंत्री अमित शाह, लोकसभा अध्यपक्ष ओम बिरला, राज्यकसभा के उपसभापति हरिवंश, राज्यरसभा में विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खडगे, हरियाणा के मुख्यामंत्री मनोहर लाल, पंजाब के मुख्यंमंत्री कैप्टिन अमरिंदर सिंह, राजस्थाान के मुख्य मंत्री अशोक गहलोत, शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी, अमृतसर की अध्यरक्ष बीबी जागीर कौर, सांसद सुखबीर सिंह बादल, सुखदेव सिंह ढींढसा, पूर्व सांसद तरलोचन सिंह, अमूल के प्रबंध निदेशक आर.एस. सोढ़ीऔरजाने-माने विद्वान अमरजीत सिंह ग्रेवालभी उपस्थित थे.
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