कानपुर, 13 जुलाई (Udaipur Kiran) । आम रोजाना की आहार फाइबर की ज़रूरतों का 40 प्रतिशत तक पूरा कर सकता है, जो हृदय रोग, कैंसर और कोलेस्ट्रॉल के निर्माण के खिलाफ एक शक्तिशाली रक्षक है।
यह बातें चंद्रशेखर आजाद कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय कानपुर की ओर से संचालित कृषि विज्ञान केंद्र दिलीप नगर द्वारा ग्राम फंदा में ग्रामीण महिलाओं को आम की संरक्षित उत्पादों पर पांच दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम में शनिवार को गृह वैज्ञानिक डॉक्टर निमिषा अवस्थी ने दी।
उन्होंने बताया कि भारतीय आम कई तरह के आकार और रंग में आते हैं और इनमें कई तरह के स्वाद, सुगंध और स्वाद होते हैं। आम एक खास उत्पाद है जो उच्च गुणवत्ता और भरपूर पोषक तत्वों के मानकों को प्रमाणित करता है। उत्तर प्रदेश 25.76 प्रतिशत की हिस्सेदारी के साथ आम उत्पादन में पहले स्थान पर है और 2023-24 (द्वितीय अग्रिम अनुमान) में सबसे अधिक उत्पादकता है। एक आम रोजाना की आहार फाइबर की ज़रूरतों का 40 प्रतिशत तक पूरा कर सकता है। उन्होंने बताया कि आम हृदय रोग, कैंसर और कोलेस्ट्रॉल के निर्माण के खिलाफ एक शक्तिशाली रक्षक है।
उन्होंने बताया कि यह फल पोटेशियम, बीटा-कैरोटीन और एंटीऑक्सीडेंट का भंडार है। किंतु आम सिर्फ गर्मी का फल है, साल भर इसका स्वाद चखने के लिए इसके संरक्षित उत्पाद बनाने की जरूरत है।
(Udaipur Kiran) / रामबहादुर पाल / राजेश