
कोलकाता, 1 नवम्बर (Udaipur Kiran) ।
पूर्व रेलवे के हावड़ा मंडल में शनिवार को एम-यूटीएस सहायाक योजना का औपचारिक शुभारंभ किया गया। यात्रियों की सुविधा बढ़ाने और डिजिटल इंडिया मिशन को सशक्त बनाने की दिशा में यह कदम एक बड़ी पहल के रूप में देखा जा रहा है।
यह योजना पूर्व रेलवे में पहली बार लागू की गई है, जिससे हावड़ा स्टेशन डिजिटल टिकटिंग नवाचार में अग्रणी बन गया है। देशभर में यह परियोजना भारतीय रेल के पांच एनएसजी-एक श्रेणी स्टेशनों पर पायलट प्रोजेक्ट के रूप में शुरू की गई है, जिनमें हावड़ा स्टेशन भी शामिल है।
इस योजना के तहत एम-यूटीएस सहायक मोबाइल टैब और ब्लूटूथ-सक्षम थर्मल प्रिंटर के माध्यम से अनारक्षित टिकट जारी करेंगे। इससे यात्रियों की प्रतीक्षा अवधि घटेगी और भीड़ प्रबंधन में भी सहूलियत होगी, विशेष रूप से व्यस्त समय में।
हावड़ा स्टेशन पर वर्तमान में 11 एम-यूटीएस सहायकों को नियुक्त किया गया है और निकट भविष्य में इनकी संख्या बढ़ाई जाएगी। रेलवे ने उनके लिए फर्नीचर, बैठने की व्यवस्था, बिजली कनेक्शन, पंखे और वाई-फाई सुविधा उपलब्ध कराई है ताकि कार्य संचालन में कोई बाधा न आए।
रेलवे अधिकारियों ने बताया कि यह पहल मोबाइल अनारक्षित टिकटिंग सिस्टम (एम-यूटीएस) को सशक्त करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। यह हावड़ा मंडल के निरंतर प्रयासों को भी दर्शाता है, जो यात्रियों को तेज़, स्मार्ट और अनुकूल सेवाएं प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध है।
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(Udaipur Kiran) / अभिमन्यु गुप्ता