



झाबुआ, 1 नवंबर (Udaipur Kiran) । मध्यप्रदेश राज्य का 70 वां स्थापना दिवस शनिवार को अभ्युदय मध्य प्रदेश की थीम पर रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रम के साथ हर्षोल्लास पूर्वक मनाया गया। मध्यप्रदेश के जनजातीय बाहुल्य झाबुआ जिला मुख्यालय स्थित आजीविका कला दीर्घा भवन में इस मौके पर विविध कार्यक्रम आयोजित किए गए। आयोजित कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में मंत्री महिला एवं बाल विकास विभाग सुश्री निर्मला भूरिया उपस्थित रहीं, जबकि जिला कलेक्टर नेहा मीना एवं पुलिस अधीक्षक शिवदयालसिंह विशेष अतिथि के रूप में उपस्थित रहे। आयोजित कार्यक्रम में जनप्रतिनिधिगण, जिले के वरिष्ठ प्रशासनिक एवं पुलिस अधिकारी सहित गण्य मान्य नागरिक मौजूद रहे।
इस मौके पर समारोह पूर्वक रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित किया गय। आयोजित कार्यक्रम में एक तरफ जहां स्थानीय कलाकारों और छात्र-छात्राओं ने मनमोहक प्रस्तुतियाँ दीं, वहीं दूसरी तरफ पीएम श्री कन्या विद्यालय की बालिकाओं द्वारा “आदि कर्मयोगी अभियान” पर आधारित आकर्षक नृत्य-नाटिका की शानदार प्रस्तुति दी गई जिसनें सबका ध्यान आकर्षित किया।
कार्यक्रम का शुभारम्भ माँ सरस्वती के चित्र पर माल्यार्पण एवं दीप प्रज्ज्वलन के साथ किया गया। तत्पश्चात् मंत्री सुश्री भूरिया द्वारा बालिकाओं का पूजन कर उन्हें उपहार भेंट किए गए।
इस मौके पर आयोजित कार्यक्रम को संबोधित करते हुए मंत्री, महिला एवं बाल विकास विभाग, सुश्री निर्मला भूरिया ने जिलेवासियों को 70 वें स्थापना दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं प्रेषित करते हुए कहा कि 1 नवम्बर 1956 को मध्यप्रदेश राज्य की स्थापना हुई थी तथा वर्ष 2000 में छत्तीसगढ़ राज्य पृथक होने के पश्चात् वर्तमान स्वरूप में मध्यप्रदेश अस्तित्व में आया। भूरिया ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व तथा मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव के मार्गदर्शन में आत्मनिर्भर मध्यप्रदेश की दिशा में ठोस कदम उठाए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि जनजातीय क्षेत्रों में कार्य करने की असीम संभावनाएँ हैं, और निरंतर प्रयासों और नवाचारों के माध्यम से सभी को मिलकर मध्यप्रदेश के सर्वांगीण विकास के लिए योगदान देना है। उन्होंने कहा कि शासन की विभिन्न जन कल्याणकारी योजनाओं को धरातल पर प्रभावी रूप से लागू कर अंतिम व्यक्ति तक लाभ पहुंचाना हमारा लक्ष्य है, जिसे पूरा करने हेतु शासन एवं प्रशासन द्वारा निरंतर प्रयास किए जा रहे हैं। सुश्री भूरिया ने कहा कि मध्यप्रदेश की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत और आर्थिक प्रगति के लिए युवा पीढ़ी को आगे बढ़कर कार्य करना होगा।
कार्यक्रम में अपने विचार व्यक्त करते हुए जिला कलेक्टर नेहा मीना ने कहा कि इस वर्ष स्थापना दिवस “अभ्युदय मध्यप्रदेश” की थीम पर मनाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि मध्यप्रदेश विविधताओं से भरा प्रदेश है, जहाँ थोड़ी ही दूरी पर भाषा, बोली और संस्कृति में परिवर्तन दिखाई देता है। यही विविधता हमारी सबसे बड़ी शक्ति है और इसी सांस्कृतिक विरासत को संजोते हुए प्रदेश विकास के नए आयाम छू रहा है। उन्होंने कहा कि “संपदा 2.0” और “सिपरी सॉफ्टवेयर” जैसे नवाचार आज अन्य राज्यों के लिए उदाहरण बन चुके हैं।
कलेक्टर ने आगे कहा कि युवाओं के कंधों पर प्रदेश के उज्जवल भविष्य की जिम्मेदारी है। शासन, प्रशासन एवं जनप्रतिनिधियों के आपसी समन्वय से मध्यप्रदेश को नई ऊँचाइयों पर पहुंचाया जा सकता है। उन्होंने कहा कि प्रशासनिक अमला निरंतर फील्ड में कार्य कर शासन की योजनाओं का लाभ प्रत्येक पात्र व्यक्ति तक पहुँचाने का संकल्प लेकर कार्यरत है।
स्थापना दिवस समारोह में विभिन्न विभागों द्वारा लगाई गई प्रदर्शनी विशेष आकर्षण का केंद्र रही। कुटीर एवं ग्रामोद्योग विभाग, महाकालेश्वर स्व-सहायता समूह, मध्यप्रदेश डे-राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन, कृषि विभाग, सामाजिक न्याय विभाग, पशुपालन विभाग तथा स्व-सहायता समूहों की महिलाओं द्वारा हस्तनिर्मित उत्पाद, आदिवासी गुड़िया, जैविक उत्पाद आदि प्रदर्शित किए गए।
इस अवसर पर जनप्रतिनिधिगण, मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत जितेन्द्र सिंह चौहान, अपर कलेक्टर सी.एस. सोलंकी, संयुक्त कलेक्टर विजय कुमार मंडलोई, डिप्टी कलेक्टर महेश बड़ोले, अनुविभागीय अधिकारी (राजस्व) झाबुआ भास्कर गाचले सहित अन्य अधिकारी, कर्मचारी एवं गणमान्य नागरिक उपस्थित रहे।
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(Udaipur Kiran) / डॉ. उमेश चंद्र शर्मा