
जयपुर, 5 नवंबर (Udaipur Kiran) । बारिश से पूर्व एवं बारिश के दौरान जेडीए और निगम द्वारा शहर में किए सड़कों के पेचवर्क सहित अन्य काम की पोल खुलने के बाद सरकार ने गुणवत्ता जांच का काम पीडब्ल्यूडी विभाग को सौंप दिया। जांच को लेकर विभाग द्वारा वृहद स्तर पर अभियान चलाया जा रहा है। इस आदेश के बाद जेडीए-निगम के अधिकारियों में कारगुजारियां खुलने का एक डर सा बैठ गया है। इसके चलते अब दोनों विभाग के अधिकारी निर्माण कार्यो को लेकर फूंक-फूंक कर कदम उठा रहे है। इससे पहले तक शहर में किए गए सड़क और भवन निर्माण के काम की गुणवत्ता की जांच जेडीए व निगम की एक अलग विंग करती थी।
जेडीए द्वारा हाल ही शहर की सड़कों के पेचवर्क और मरम्मत को लेकर करीब 22 करोड़ रुपए के काम किए गए है और वहीं दोनों निगमों द्वारा भी करीब 10-12 करोड़ के काम किए गए है। इन सभी कामों की गुणवत्ता जांच अब पीडब्ल्यूडी विभाग द्वारा की जा रही है। यहीं नहीं आगामी दिनों में जेडीए और निगम द्वारा करोड़ रुपए के प्रोजेक्ट्स पर काम किया जाना है। हालांकि अधिकारियों का मानना है कि गुणवत्ता जांच के इस काम के चलते भ्रष्टाचार में और बढ़ोत्तरी होगी। गौरतलब है कि मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने प्रदेश में भवन और सड़क निर्माण एवं मरम्मत कार्यों में पारदर्शिता और गुणवत्ता सुनिश्चित करने के निर्देश दिए हैं। इसके लिए 1 नवम्बर से प्रदेशभर में एक माह तक सघन निरीक्षण अभियान संचालित होगा। इस अभियान की सफलता के लिए सार्वजनिक निर्माण, नगरीय विकास एवं आवासन, स्वायत्त शासन तथा समग्र शिक्षा अभियान के भवन कार्यों के निरीक्षण के लिए सभी जिलों में जिला कलेक्टर्स को तीन निरीक्षण समितियों का गठन किया गया है। ये समितियां सघन निरीक्षण रिपोर्ट तैयार कर संबंधित जिला कलेक्टर को प्रस्तुत करेंगी। कलेक्टर अपनी अनुशंषा के बाद संबंधित विभाग के प्रभारी सचिव को रिपोर्ट प्रेषित करेंगे।
नगरीय विकास एवं आवास व स्वायत्त शासन विभाग के कार्यों के लिए अधीक्षण अभियन्ता, सार्वजनिक निर्माण विभाग (संबंधित वृत्त), अधिशाषी अभियन्ता, सार्वजनिक निर्माण विभाग (गुण नियंत्रण खण्ड), अधिशाषी अभियन्ता, स्वायत्त शासन या नगरीय विकास एवं आवास विभाग को शामिल कर समिति का गठन किया गया है। गौरतलब है कि प्रदेश में भवनों एवं सड़कों के निर्माण तथा मरम्मत कार्य विभिन्न विभागों के माध्यम से संचालित किए जाते हैं। समय-समय पर विभिन्न माध्यमों से इन कार्यों की गुणवत्ता से संबंधित शिकायतें प्राप्त होती हैं। ऐसे में इन कार्यों की गुणवत्ता एवं पारदर्शिता सुनिश्चित करने के लिए निरीक्षण समितियों का गठन किया गया है, जो प्रदेश भर में इस अभियान के दौरान सड़कों एवं भावनाओं के निर्माण तथा मरम्मत कार्यों की जांच करेगी।
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(Udaipur Kiran) / राजेश