Madhya Pradesh

इंदौरः कलेक्टर शिवम वर्मा की सुशासन की दिशा में अभिनव पहल

समय-सीमा पत्रों की समीक्षा बैठक

– सीएम हेल्पलाइन प्रकरणों के त्वरित, पारदर्शी और सार्थक निराकरण के लिए आवेदकों और अधिकारियों के आमने-सामने समीक्षा

इंदौर, 17 नवंबर (Udaipur Kiran) । मध्य प्रदेश में मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव द्वारा सुशासन के उद्देश्यों को पूर्ण करने के लिए जिले में सीएम हेल्पलाइन के अंतर्गत दर्ज शिकायतों के त्वरित, पारदर्शी और सार्थक निराकरण को सुनिश्चित करने हेतु इंदौर कलेक्टर शिवम वर्मा ने एक नई और अभिनव पहल की शुरुआत की है। इस नवाचार के तहत कलेक्टर वर्मा ने समय-सीमा पत्रों की समीक्षा बैठक में संबंधित अधिकारियों और शिकायतकर्ताओं को आमने-सामने बुलाकर प्रत्यक्ष रूप से प्रकरणों की स्थिति की समीक्षा शुरू की हैं।

सोमवार को आयोजित बैठक में कलेक्टर वर्मा ने सीएम हेल्पलाइन के पांच आवेदकों को बुलाकर उनके आवेदन संबंधी समस्याओं को सुना और संबंधित विभागीय अधिकारियों से उनकी मौजूदगी में चर्चा की। उन्होंने प्रत्येक प्रकरण में आवेदन लंबे समय तक लंबित रहने के कारणों की जानकारी ली और स्पष्ट निर्देश देते हुए कहा कि किसी भी हालत में जन शिकायतों के समाधान में अनावश्यक देरी बर्दाश्त नहीं की जाएगी। उन्होंने निर्देश दिए की आवेदकों को क्षतिपूर्ति की राशि संबंधित दोषी अधिकारियों से वसूल कर दी जाए। उन्होंने हाल फिलहाल यह राशि रेडक्रॉस से देने के निर्देश दिए। साथ ही उन्होंने कहा कि बाद में यह राशि रेडक्रॉस में संबंधित अधिकारियों से जमा करवाई जाए।

कलेक्टर शिवम वर्मा ने वरिष्ठ अधिकारियों को तीन दिन के भीतर जांच कर विस्तृत प्रतिवेदन प्रस्तुत करने के निर्देश दिए। साथ ही यह भी कहा कि लापरवाही या देरी के लिए जिम्मेदार अधिकारियों के विरुद्ध उचित विभागीय कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने बैठक में मौजूद अधिकारियों को यह भी निर्देशित किया कि आम नागरिकों की शिकायतों के समाधान में संवेदनशीलता और त्वरितता दोनों अनिवार्य हैं। इस नई पहल से न केवल शिकायतों के शीघ्र निराकरण में गति आएगी, बल्कि प्रशासनिक जवाबदेही भी और अधिक मजबूत होगी। इंदौर जिला प्रशासन द्वारा शुरू की गई यह पहल जनहित से जुड़े प्रकरणों के प्रभावी निस्तारण की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम साबित हो रही है।

बैठक में इंदौर विकास प्राधिकरण के मुख्य कार्यपालन अधिकारी डॉ. परीक्षित झाड़े, जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी सिद्धार्थ जैन, अपर कलेक्टर नवजीवन विजय पंवार, रोशन राय, रिंकेश वैश्य तथा निशा डामोर सहित अन्य अधिकारी मौजूद थे। बैठक में कलेक्टर वर्मा ने यातायात सुधार के लिए चलाए जा रहे अभियान को भी सतत रूप से चलाये जाने के निर्देश दिए। साथ ही उन्होंने मिलावटखोरों के लिए चल रहे अभियान को भी गति देने के संबंध में अधिकारियों को निर्देशित किया।

बैठक में कलेक्टर शिवम वर्मा ने कहा कि सीएम हेल्पलाइन के प्रकरणों का समयबद्ध और सार्थक निराकरण प्रशासन की सर्वोच्च प्राथमिकता है। शासन के निर्देशों के अनुरूप लंबित शिकायतों की मॉनिटरिंग की गई। बैठक में पुरानी और लंबित शिकायतों में से रैंडम रूप से पांच प्रकरण चुने गए। इनकी जाँच में कुछ शासकीय अधिकारियों की लापरवाही पाई गई। इन शिकायतों में अनावश्यक विलंब के कारण नागरिकों को हुई हानि की तत्काल भरपाई की जाएगी तथा यह राशि रेडक्रॉस सोसाइटी के माध्यम से पीड़ितों को उपलब्ध कराई जाएगी। इसके पश्चात संबंधित अधिकारियों के वेतन से काटकर यह राशि रेडक्रॉस में जमा कराई जाएगी।

कलेक्टर ने कहा कि समीक्षा में जहां-जहां अनावश्यक विलंब हुआ पाया जायेगा, वहां उत्तरदायी अधिकारियों से वेतन कटौती की जाएगी। आज संबंधित शिकायतकर्ताओं की समस्याओं का समाधान कर दिया गया है और उनका नुकसान भी पूरा कराया जाएगा। जांच में आगे यदि लापरवाही पाई जाती है तो और भी कठोर कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने यह भी कहा कि भविष्य में भी इस तरह की नियमित और सख्त समीक्षा जारी रहेगी ताकि प्रत्येक प्रकरण का समय पर और प्रभावी निराकरण सुनिश्चित हो सकें।

कलेक्टर ने आवेदकों को टीएल बैठक में बुलाकर शिकायतों का किया त्वरित निराकरण

कलेक्टर वर्मा ने सीएम हेल्पलाइन पर प्राप्त शिकायतों का त्वरित निराकरण के उद्देश्य से शिकायतकर्ताओं को टीएल बैठक में बुलाया। यहां उन्होंने बैठक में आवेदक राजेश कुमार फूलरे, राजेश सोनकर, चमनलाल जैन, भारती भार्गव और मोहम्मद नसीजी की समस्याएं सुनकर त्वरित निराकृत किया गया।

(Udaipur Kiran) तोमर