
– पूर्व प्रधानमंत्री स्व. इंदिरा गांधी की जयंती पर राजीव भवन कांग्रेस कार्यालय पर दुर्गा सप्तशती का हुआ पाठ
वाराणसी, 19 नवंबर (हि.स. )। उत्तर प्रदेश के वाराणसी जनपद में भारत रत्न, पूर्व प्रधानमंत्री, स्व. इंदिरा गांधी की जयंती बुधवार को कांग्रेस के कार्यकर्ताओं ने पूरे उत्साह के साथ मनाई। मैदागिन स्थित राजीव भवन कांग्रेस कार्यालय में जिला एवं महानगर कमेटी के संयुक्त तत्वावधान में जुटे कार्यकर्ताओं और पदाधिकारियों ने इस अवसर पर दुर्गा सप्तशती का विशेष, पूर्णाहुति युक्त पाठ किया। इसके बाद सभी ने पुष्पांजलि अर्पित कर इंदिरा गांधी के अद्वितीय योगदान को नमन किया।
जिलाध्यक्ष राजेश्वर सिंह पटेल ने कहा कि इंदिरा गांधी वह शक्ति थीं जिन्होंने भारत को संकटों से निकालकर एक सशक्त राष्ट्र के रूप में खड़ा किया। इंदिरा गांधी केवल एक राजनीतिक व्यक्तित्व नहीं, बल्कि भारत की दृढ़ता, संकल्प, अनुशासन और अदम्य साहस की प्रतिमूर्ति थीं। उन्होंने ऐसे समय में देश को नेतृत्व दिया, जब विश्व राजनीति उथल-पुथल से गुजर रही थी, फिर भी भारत को स्थिरता, दिशा और सम्मान दिलाया। बैंक राष्ट्रीयकरण ने आर्थिक असमानता को चुनौती दी। बांग्लादेश मुक्ति संग्राम में उनके साहस और निर्णायक नेतृत्व ने इतिहास रच दिया। हरित क्रांति ने कृषि को मजबूत किया व किसानों को नई ताकत दी। गरीबी हटाओ जैसे संकल्प देश की बहुसंख्यक आबादी के अधिकारों की रक्षा के लिए थे।
महानगर अध्यक्ष राघवेन्द्र चौबे ने कहा कि इंदिरा गांधी का नेतृत्व वह पर्वत था, जिस पर कठिन परिस्थितियां भी असर नहीं डाल पाती थीं। इंदिरा गांधी के नेतृत्व में भारत ने दुनिया में अपनी एक मजबूत, आत्मविश्वासी और निर्णायक आवाज बनायी। बांग्लादेश मुक्ति संग्राम में उनके निर्णय को विश्व समुदाय आज भी सम्मानपूर्वक याद करता है। उन्होंने अन्याय, आतंरिक चुनौतियों और बाहरी दबावों के आगे कभी झुकना नहीं सीखा। नारी शक्ति, राष्ट्रीय सुरक्षा, वंचितों के अधिकार, वैज्ञानिक प्रगति-हर क्षेत्र में इंदिरा गांधी ने ऐसी दिशा दी, जो आज भी प्रेरणा का स्रोत है।
इसके उपरांत कांग्रेस परिवार के मनीष मोरोलिया के माता के ब्रेन हेमरेज के कारण निधन होने की सूचना पर मौन श्रद्धांजलि अर्पित कर शोक प्रकट किया गया।
कार्यक्रम में पूर्व जिलाध्यक्ष प्रजानाथ शर्मा, फसाहत हुसैन बाबू, दुर्गा प्रसाद गुप्ता, सतनाम सिंह, देवेन्द्र सिंह, राजीव राम, प्रमोद वर्मा, संतोष चौरसिया, मनोज वर्मा, नित्यानंद पाण्डेय आदि ने भागीदारी की।
————-
(Udaipur Kiran) / श्रीधर त्रिपाठी