चंडीगढ़, 4 नवंबर (Udaipur Kiran) । हरियाणा मानवाधिकार आयोग ने हिसार जिले के हांसी में दो सफाई कर्मियों की दम घुटने से मौत मामले में स्वत: संज्ञान लेते हुए होटल मालिक, जिला प्रशासन और पुलिस से रिपोर्ट तलब की है।
आयोग के अध्यक्ष जस्टिस ललित बत्रा, सदस्य कुलदीप जैन और दीप भाटिया ने कहा कि बिना सुरक्षा के इस प्रकार का कार्य कराना, मनुष्यों को गैस चैंबर में धकेलने जैसा अमानवीय कृत्य है।
20 अक्टूबर को हांसी के एक होटल में सफाई कर्मी सोमवीर (गांव गढ़ी) और वीरेंद्र (गांव जमावरी) सेप्टिक टैंक की सफाई के दौरान दम घुटने से मौत हो गई थी। आरोप है कि दोनों को बिना किसी सुरक्षा उपकरण, ऑक्सीजन सिलेंडर या गैस जांच के टैंक में उतरने को कहा गया था। एक कर्मचारी के बेहोश होने पर दूसरे ने बचाने की कोशिश की, लेकिन वह भी जहरीली गैसों के संपर्क में आकर मौत का शिकार हो गया। आयोग ने माना कि होटल प्रबंधन द्वारा उचित सुरक्षा साधन, प्रशिक्षित कर्मी, बचाव दल एवं यांत्रिक सफाई व्यवस्था उपलब्ध नहीं कराने से श्रमिकों के जीवन, स्वास्थ्य, सुरक्षा और गरिमा का हनन हुआ है।
आयोग के प्रोटोकॉल, सूचना व जनसंपर्क अधिकारी डॉ. पुनीत अरोड़ा ने बताया कि इस मामले की सुनवाई 17 दिसबर को होगी। गंभीर आरोपों को देखते हुए आयोग द्वारा निर्देश दिए गए हैं कि उपायुक्त हिसार छह सप्ताह के भीतर मृतकों के परिजनों को प्रदान की गई या स्वीकृत राहत, क्षतिपूर्ति और पुनर्वास उपायों का विस्तृत प्रतिवेदन प्रस्तुत करें। पुलिस अधीक्षक हांसी छह सप्ताह में दर्ज एफआईआर, जांच की प्रगति पर प्रतिवेदन दें। होटल प्रबंधन तुरंत सेप्टिक या सीवर टैंकों में बिना सुरक्षात्मक उपकरण, गैस जांच, बचाव व्यवस्था, ऑक्सीजन सिलेंडर आदि के मैनुअल एंट्री को प्रतिबंधित करे एवं छह सप्ताह में अनुपालन रिपोर्ट जमा करे।
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(Udaipur Kiran) शर्मा