Haryana

हिसार : किसान परिवार को घर से निकाला, बच्चों समेत गली में बिताई दाे रात

नारेबाजी करके किसान के घर का ताला खोलते विभिन्न संगठनों के पदाधिकारी।

पंघाल गांव में कंपनी की मनमानी, टोल कमेटी व संगठनों ने खोला घर का ताला

हिसार, 5 नवंबर (Udaipur Kiran) । बरवाला क्षेत्र के गांव पंघाल में एक निजी फाइनेंस

कंपनी की मनमानी के चलते किसान परिवार को दो बच्चों सहित गली में सोना पड़ा। कंपनी

ने किसान परिवार को घर से बाहर निकालकर घर को ताला लगा दिया। बुधवार को बाडोपट्टी टोल

कमेटी, अखिल भारतीय किसान सभा, खेत मजदूर यूनियन, भ्याण खाप के नेता व ग्रामीण पंघाल

गांव पहुंचे और कंपनी द्वारा लगाया ताला खुलवाकर किसान सुरेश कुमार के परिवार को पुनः

घर में प्रवेश करवाया।

किसान नेताओं ने बताया कि 3 नवंबर को शुभम हाउसिंग डेवलपमेंट

फाइनेंस कंपनी लिमिटेड ने पंघाल गांव के किसान सुरेश कुमार के परिवार को मात्र ढाई

लाख रुपये की बकाया राशि के लिए घर से बाहर निकालकर मकान को सील कर दिया। कंपनी की

इस मनमानी कार्रवाई से किसान परिवार सड़क पर आ गया। किसान परिवार बीपीएल कार्ड धारक

है। परिवार में सुरेश कुमार, उनकी पत्नी संतोष देवी, पुत्र हरीश कुमार, पुत्रवधू मोनिका

और पौत्र खुशवंत शामिल हैं।

परिवार ने बताया कि शुभम हाउसिंग कंपनी से 5 लाख 60 हजार रुपये का 7 साल के

लिए ऋण लिया गया था, जिसमें से अब तक 2 लाख 34 हजार रुपये किस्तों में अदा किए जा चुके

हैं। गांव में जलभराव और आर्थिक संकट के कारण शेष किस्तें समय पर नहीं भर पाए, इसके

बावजूद कंपनी ने पूरे मकान को सील कर दिया। घर के अंदर जरूरी राशन, कपड़े और जीवनोपयोगी

सामान भी बंद कर दिया गया था।

संयुक्त किसान मजदूर बाडोपट्टी टोल कमेटी के अध्यक्ष सरदानंद राजली ने बताया

कि सरकार की शह पर कंपनियां किसानों पर मनमानी कर रही हैं। उन्होंने कहा पंघाल गांव

जलभराव से बुरी तरह प्रभावित है। सरकार ने राहत अवधि में किसानों को किसी प्रकार की

कार्रवाई से मुक्त रखने का वादा किया था, लेकिन इसके विपरीत कंपनियां गरीब किसानों

को सड़कों पर ला रही हैं। यह अमानवीय और अन्यायपूर्ण है। किसान आंदोलन ने वर्षों से

जिस कंपनी राज के खिलाफ आवाज उठाई थी, आज वही सच्चाई बनकर सामने है। उन्होंने चेतावनी

दी कि यदि प्रशासन और कंपनी ने अपनी नीतियां नहीं सुधारीं तो बाडोपट्टी टोल कमेटी इस

घटनाक्रम को संयुक्त किसान मोर्चा, हिसार के संज्ञान में लाकर बड़ा आंदोलन छेड़ने को

बाध्य होगी।

(Udaipur Kiran) / राजेश्वर