Madhya Pradesh

धार : बसंत पंचमी पर भोजशाला में निर्विघ्न पूजा हो, हिंदू समाज ने सौंपा ज्ञापन

धार : बसंत पंचमी पर भोजशाला में निर्विघ्न पूजा हो, हिंदू समाज ने सौंपा ज्ञापन

धार, 18 नवंबर (Udaipur Kiran) । सकल हिंदू समाज जिला धार द्वारा मंगलवार को धार नगर में 23 जनवरी 2026 शुक्रवार को बसंत पंचमी पर मां सरस्वती जन्मोत्सव को निर्विघ्न संपन्न करवाने के संबंध में त्रिमूर्ति नगर अभिव्यक्ति स्थल से एक रैली के रूप में कलेक्टर कार्यालय पहुंचकर प्रधानमंत्री के नाम एक ज्ञापन धार कलेक्टर प्रियंक मिश्रा को सौंपा।

ज्ञापन में कहा गया कि राजा भोज की नगरी धार में मां सरस्वती की उपासना के लिए एक विशाल भवन शारदा सदन सरस्वती कंठाभरण का निर्माण राजा भोज ने अपनी देखरेख में करवाया था जो आज भोजशाला के नाम से विख्यात है। सन 1034 में 40 दिवसीय सरस्वती जन्मोत्सव के साथ ही मां सरस्वती वाग्देवी की स्फटिक से निर्मित सुंदर व सौम्य मुद्रा वाली प्रतिमा बनाकर उसकी प्राण प्रतिष्ठा की। तब से इस भोजशाला में मां सरस्वती की साधना आराधना सतत चलती आ रही है।

सन् 1904 में भोजशाला की गौरवशाली ऐतिहासिक व धार्मिक पृष्ठभूमि के कारण तत्कालीन अंग्रेज शासन ने इस राष्ट्र की संरक्षित धरोहर माना।

सन् 1952 में इसे भारत सरकार के पुरातत्व विभाग ने संरक्षित इमारत घोषित किया है। वही हिंदू समाज के संघर्ष और भावनाओं को देखते हुए केंद्रीय पुरातत्व विभाग दिल्ली के द्वारा 7 अप्रैल 2003 के आदेश पारित कर हिंदुओं के लिए प्रति मंगलवार एवं बसंत पंचमी के दिन सूर्योदय से सूर्यास्त तक पूरे दिन के लिए पूजा अर्चना के लिए हिंदुओं को अधिकार प्रदान किए गए। उक्त आदेश की मूल भावना का आधार हिंदू समाज की भावना एवं परंपरा के अनुसार तिथि का धार्मिक महत्व है।

उक्त आदेश की मूल भावना का पालन शासन,प्रशासन के द्वारा वर्ष 2006, 2013 व 2016 में नहीं करवाने की स्थिति में हिंदू समाज अपमानित व प्रताड़ित हुआ है, साथ ही स्थानीय प्रशासन के द्वारा आदेश की मूल भावना का पालन नहीं करवाने पर पूरे क्षेत्र के कानून व्यवस्था बिगड़ी है और जनधन की हानि हुई है। अभी भी संपूर्ण हिंदू समाज बसंत पंचमी को निर्बाध पूरे दिन पूजा, आराधना, यज्ञ, हवन करने के लिए दृढ़ संकल्प संकल्पित है।

अतः हिंदू समाज इस ज्ञापन के द्वारा मांग करता है कि उक्त आदेश का पालन कराया जावे, हिंदू समाज को सूर्योदय से सूर्यास्त तक पूजा अर्चना का अधिकार दिया जाए‌। हिंदू समाज अपनी मां का जन्मोत्सव निर्भीक मनाने हेतु कटिबंध है। इस दौरान बड़ी संख्या में हिंदू समाज जन उपस्थित थे।

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(Udaipur Kiran) / Gyanendra Tripathi