
धर्मशाला, 30 अक्टूबर (Udaipur Kiran) । पूर्व मुख्यमंत्री और नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने कहा कि हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू वीरवार को बिहार की धरती जिसे बुद्ध की धरती और लोकतंत्र की जननी कहा जाता है वहां जाकर भी झूठ का सागर बहा आए हैं। मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह एक ही झूठ को बार-बार बोल रहे हैं, पूरे आत्मविश्वास के साथ बोल रहे हैं, देश-विदेश में घूम-घूम कर बोल रहे हैं। जिससे वह सच लगने लगे। लेकिन सूचना तकनीकी के इस दौर में मुख्यमंत्री का यह प्रोपेगेंडा पूरी तरीके से नाकाम हो जाएगा और उन्हें इस झूठ के लिए शर्मसार भी होना पड़ेगा।
जयराम ठाकुर ने कहा कि सबसे पहले बात 2 लाख 87 हजार महिलाओं को 1500 रुपये मिलने के दावे की बात कर लेते हैं। यह योजना हमारी सरकार में शुरू हुई थी। जिन बुजुर्गों की वजह से हमने दुनिया देखी उनका जीवन सुखमय बनाने के लिए भाजपा की पूरी सरकार द्वारा पहली कैबिनेट में वृद्धा पेंशन की योजना में शामिल किया गया था और उन्हें 1150 रुपए प्रतिमाह पेंशन दी जाती थी। जब मैं मुख्यमंत्री के रूप में कार्य करना शुरू किया उस समय वृद्धा पेंशन की आयु 80 वर्ष थी। उसे हमने घटाकर 60 साल किया। आज यह वृद्धावस्था पेंशन भी लोगों को समय पर नहीं मिल रही है। वर्ष 2016 में 80 साल से अधिक के बुजुर्गों की पेंशन राशि एक हजार थी जिसे हमने 2022 तक बढ़ा कर 1700 रुपए किया था।
जयराम ठाकुर ने कहा मुख्यमंत्री जितना झूठ बोलते हैं उनके हर बात का जवाब देना संभव नहीं है लेकिन अगर वह ओपीएस की बात करते हैं तो पेंशनर आज सड़कों पर क्यों है? उनके इलाज का बिल ढाई साल से पेंडिंग क्यों है? 3 साल के कार्यकाल में सरकार ने सिर्फ दो साल तक डीए नहीं बढ़ाया। अब तक सिर्फ दो बार डीए दिया है। एरियर के लिए कर्मचारी और पेंशनर्स सड़कों पर हैं। यह सरकार किस मुंह से प्रदेश की उपलब्धियां पर अपना दावा ठोक रही है यह बात पूरे प्रदेश की समझ के परे है। 400 से ज्यादा स्वास्थ्य संस्थाओं को बंद करने वाला मुख्यमंत्री प्रदेश के स्वास्थ्य सुविधाओं को बेहतर बनाने का श्रेय कैसे ले सकता है।
पूर्व मुख्यमंत्री शांता कुमार से मिले नेता प्रतिपक्ष
धर्मशाला जाते समय जयराम ठाकुर ने हिमाचल प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री एवं भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता शांता कुमार से उनके पालमपुर स्थित आवास पर भेंट की। जय राम ने शांता से विचार-विमर्श के दौरान संगठन, समाज और प्रदेश के विकास को लेकर चर्चा की।
(Udaipur Kiran) / सतेंद्र धलारिया