ग्वालियर, 23 जुलाई (Udaipur Kiran) । सावन का पहला दिन जरूर उमस भरा रहा लेकिन दूसरे दिन सुबह से दोपहर तक मानसून रुक-रुककर फुहारों के रूप में बरसता रहा। हालांकि दोपहर में हल्की धूप खिली रही। शाम को फिर से बूंदाबांदी शुरू हो गई। मौसम विभाग का पूर्वानुमान है कि अगले 24 घंटे के दौरान ग्वालियर एवं चंबल संभाग में अधिकांश क्षेत्रों में बारिश हो सकती है।
मंगलवार को सुबह लगभग साढ़े पांच बजे से रिमझिम बारिश शुरू हो गई जो रुक-रुककर दोपहर लगभग एक बजे तक जारी रही। इसके बाद बादल बिखर गए और धूप निकल आई। जिससे उमस एक बार फिर बढ़ गई। शाम करीब पौने छह बजे से एक बार फिर बूंदाबांदी शुरू हो गई। हालांकि बूंदों की गति काफी धीमी होने की वजह से आज दिन भर में मात्र 11.3 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई है। मौसम विभाग के अनुसार पूर्वी मध्य प्रदेश में बना निम्न दबाव का क्षेत्र कमजोर होने के साथ चक्रवातीय परिसंचरण के रूप में परिवर्तित होकर झारखंड में पहुंच गया है। इसके अलावा पूर्वाेत्तर उत्तर प्रदेश और पश्चिमी राजस्थान में अलग-अलग दो चक्रवातीय परिसंचरण सक्रिय हैं। मानसून की अक्षय रेखा बीकानेर, सीकर, ग्वालियर, खजुराहो, दीघा होते हुए बंगाल की खाड़ी तक विस्तृत है। दक्षिण गुजरात से लेकर उत्तरी कर्नाटक तटों पर अपतटीय रेखा बनी हुई है। इन मौसम प्रणालियों के प्रभाव से अगले 24 घंटे के दौरान भी ग्वालियर-चंबल संभाग में अधिकांश क्षेत्रों में कहीं हल्की तो कहीं मध्यम गति से बारिश हो सकती है।
5.4 डिग्री लुढ़का अधिकतम पारा: सुबह से दोपहर तक रुक-रुककर हुई रिमझिम बारिश के दौरान सूरज विलुप्त रहा। इस वजह से तापमान में गिरावट हुई है। स्थानीय मौसम विज्ञान केन्द्र के अनुसार पिछले दिन की तुलना में मंगलवार को अधिकतम तापमान 5.4 डिग्री सेल्सियस गिरावट के साथ 32.7 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया जो औसत से 0.8 डिग्री सेल्सियस कम है जबकि न्यूनतम तापमान 1.8 डिग्री सेल्सियस गिरावट के साथ 26.8 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया जो औसत से 0.7 डिग्री सेल्सियस कम है। आज सुबह हवा में नमी 100 प्रतिशत दर्ज की गई जो औसत से 20 प्रतिशत अधिक है जबकि शाम को हवा में नमी 91 प्रतिशत दर्ज की गई। यह भी औसत से 20 प्रतिशत अधिक है। एक जून से अब तक शहर में कुल 449.8 मिलीमीटर बारिश हो चुकी है।
(Udaipur Kiran) / शरद शर्मा तोमर