
– गौवंश के उपचार में किसी प्रकार की लापरवाही न बरतने के दिए निर्देश
ग्वालियर, 13 नवंबर (Udaipur Kiran) । मध्य प्रदेश के ग्वालियर संभाग के आयुक्त मनोज खत्री ने गुरुवार को पशु चिकित्सा विभाग की विभागीय योजनाओं की समीक्षा की। इस दौरान उन्होंने विभागीय अधिकारियों को शासन की कल्याणकारी योजनाओं के क्रियान्वयन को लक्ष्य अनुरूप करने के निर्देश दिए। उन्होंने चलित पशु उपचार इकाई के माध्यम से संतोषजनक कार्य न करने पर उप संचालक पशु चिकित्सा विभाग गुना को कारण बताओ नोटिस जारी करने के निर्देश दिए गए। उन्होंने यह भी निर्देशित किया है कि गौवंश के उपचार में किसी भी प्रकार की लापरवाही न बरती जाए। लापरवाही पाए जाने पर संबंधित अधिकारी के विरूद्ध दण्डात्मक कार्रवाई की जायेगी।
संभागीय आयुक्त कार्यालय में आयोजित पशु चिकित्सा विभाग की समीक्षा बैठक में संयुक्त संचालक पशु चिकित्सा विभाग सहित ग्वालियर संभाग के सभी जिलों के उप संचालक पशु चिकित्सा विभाग और विभागीय अधिकारी उपस्थित थे। संभाग आयुक्त खत्री ने विभागीय अधिकारियों को निर्देशित किया है कि चलित पशु उपचार योजना के तहत प्रत्येक जिले में पशुओं के उपचार के लिये चलित वाहन उपलब्ध कराए गए हैं। इन वाहनों का बेहतर उपयोग हो ताकि पशु पालकों को किसी भी प्रकार की परेशानी न हो। चलित पशु चिकित्सा इकाई के माध्यम से किए जा रहे कार्यों की निरंतर मॉनीटरिंग की जाए। उन्होंने यह भी निर्देशित किया है कि शासन की ऐसी योजनायें जिनमें हितग्राहियों को बैंक के माध्यम से ऋण उपलब्ध कराए जाते हैं उन योजनाओं में लक्ष्य से दोगुना अधिक प्रकरण तैयार कर बैंकों को भेजे जाएं ताकि अधिक से अधिक हितग्राहियों को लाभ मिल सके। बैंकों में भेजे गए प्रकरणों के निराकरण के लिये जिले के एलडीएम से भी समन्वय स्थापित कर प्रकरणों का निराकरण सुनिश्चित किया जाए।
बैठक में राष्ट्रीय पशु धन मिशन, पशुपालकों को किसान क्रेडिट कार्ड का वितरण, स्वावलम्बी गौशालाओं का क्रियान्वयन, आचार्य विद्यासागर गौ संवर्धन योजना, डॉ. भीमराव अम्बेडकर कामधेनु योजना आदि योजनाओं की भी विस्तार से समीक्षा की गई। संभागीय आयुक्त मनोज खत्री ने बैठक में ग्वालियर संभाग में निर्मित की गई गौशालाओं के बेहतर संचालन के संबंध में भी आवश्यक दिशा-निर्देश भी विभागीय अधिकारियों को दिए। उन्होंने यह भी स्पष्ट किया है कि प्रत्येक जिला अधिकारी अपने-अपने जिले में संचालित गौशालाओं का निरीक्षण करें और उनके बेहतर क्रियान्वयन की व्यवस्था सुनिश्चित करें।
(Udaipur Kiran) तोमर