
लखनऊ, 17 नवंबर (Udaipur Kiran) । उत्तर प्रदेश की राज्यपाल एवं राज्य विश्वविद्यालयों की कुलाधिपति आनंदी बेन पटेल की अध्यक्षता में सोमवार को राजभवन लखनऊ में एक उच्च स्तरीय बैठक हुई। बैठक में राज्यपाल ने प्रदेश के विभिन्न राज्य विश्वविद्यालयों में निर्माणाधीन एवं लंबित भवन परियोजनाओं की प्रगति की विस्तृत समीक्षा की। बैठक में प्रत्येक परियोजना के प्रारंभ होने की तिथि, निर्धारित पूर्णता तिथि, लंबित अवधि, परियोजना लागत तथा निर्माण कार्य की संभावित पूर्णता अवधि पर विस्तार से चर्चा की गई।
भारत सरकार की केन्द्र प्रायोजित योजना, पीएम उषा, जिसका मुख्य उद्देश्य राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के आलोक में, उच्च शिक्षा की गुणवत्ता, पहुंच समानता और गुणवत्ता को बढ़ाना है, के अंतर्गत राज्य विश्वविद्यालयों को प्राप्त फंड और उससे जुड़े निर्माण कार्यों की विस्तृत समीक्षा की गई। यह बैठक हाइब्रिड मोड में आयोजित की गई।
बैठक की समीक्षा करते हुए राज्यपाल ने निर्देश दिया कि विश्वविद्यालयों, कार्यदायी संस्थाओं, पीएम उषा तथा संबंधित विभागों के अधिकारी नियमित समीक्षा बैठकें आयोजित करें और निर्माण कार्यों में आने वाली समस्याओं का समयबद्ध समाधान सुनिश्चित करें। उन्होंने कहा कि सभी निर्माण कार्य गुणवत्तापूर्ण हों, निर्धारित समय सीमा में पूरे किए जाएं तथा उनकी प्रभावी मॉनिटरिंग कुलाधिपति कार्यालय, राजभवन और संबंधित विभागीय अधिकारियों द्वारा संयुक्त रूप से की जाए। राज्यपाल ने यह भी कहा कि यह जांचना आवश्यक है कि निर्माण कार्य लंबे समय से लंबित क्यों हैं। इस संबंध में उन्होंने विभागों के अपर मुख्य सचिवों, उच्च शिक्षा विभाग तथा संबंधित अधिकारियों को विश्वविद्यालयों का भ्रमण कर समस्याओं के निराकरण के लिए ठोस कार्यवाही सुनिश्चित करने के निर्देश दिए।
बैठक में विशेष कार्याधिकारी राज्यपाल डॉ. सुधीर महादेव बोबडे, विशेष कार्याधिकारी (शिक्षा) डॉ. पंकज एल. जानी, अजय चौहान (प्रमुख सचिव, लोक निर्माण), अमित आसेरी (विशेष सचिव, लोक निर्माण), विभिन्न विश्वविद्यालयों के कुलपति एवं रजिस्ट्रार, विभिन्न कार्यदायी संस्थाओं के अधिकारी, विभिन्न विभागों के मुख्य अभियंता तथा संबंधित विभागों के उच्च स्तरीय अधिकारियों सहित अन्य महानुभाव उपस्थित रहे।
(Udaipur Kiran) / बृजनंदन