
गोरखपुर, 17 नवम्बर (Udaipur Kiran) । आज के आधुनिक युग आधुनिकता के ऐनक के सामने हस्तशिल्प जैसी कृतियां नजर ही नहीं आती। वस्त्र मंत्रालय भारत सरकार इसे प्रोत्साहित करने व विकास देने के उद्देश्य से एक अलग विभाग बना रखा है। विभाग का नाम है कार्यालय विकास आयुक्त (ह०) हस्तशिल्प को प्रोत्साहित करने व विकास देने हेतु प्रशिक्षण दिलाकर व नई तकनीकी से हस्त शिल्प लगातार ऊपर उठने की कोशिश रहती है। जिससे कि हस्त शिल्प को सहज बाजार की उपलब्धता बनी रहे। आज हमारे देश के हस्त शिल्पियों की अच्छी खासी मांग हैं।
कार्यालय विकास आयुक्त (ह०) वस्त्र मंत्रालय भारत सरकार के सौजन्य से भारतीय सेवा शिक्षा निकेतन, भीऊरा, मल्हानपार, गोरखपुर द्वारा मध्यमिक शिक्षा परिषद के मैदान नार्मल रोड गोरखपुर में 15से 21 नवम्बर तक आयोजित गांधी शिल्प बाजार का आज तीसरा दिन लोगो के आते जाते रहने का गुलजार बना रहा। बिक्री भी अच्छी हुई।
टेराकोटा, गहने व कलाकृतियां, जो गोरखपुर की पहचान हैं आकर्षण का केंद्र बना रहा। जूट क्राफ्ट, उलन क्राफ्ट, लेदर क्राफ्ट, वाल हैंगिंग, पायदान, जूट के पर्स, टेडी बियर, फर्नीचर, आदि चालीस स्टाल पर भीड़ अच्छी दिखी। लोग सभी स्टालों पर आते जाते कुछ न कुछ खरीदारी करते रहे। संस्था प्रतिनिधि गोविंद कुमार सिंह ने बताया कि आज ऑफिस खुलने के कारण लोगों का आना जाना बना रहा। गोरखपुर की जनता से निवेदन है कि आप लोग गांधी शिल्प बाजार में एक बार अवश्य पधारें।
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(Udaipur Kiran) / प्रिंस पाण्डेय