कानपुर, 17 जुलाई (Udaipur Kiran) । उत्तर प्रदेश में पहली बार पचास प्रतिशत कट-ऑफ के साथ वित्तीय वर्ष 2023-24 में अन्य पिछड़ा वर्ग के 26 लाख बच्चों को छात्रवृत्ति प्रतिपूर्ति देने का कार्य योगी सरकार ने किया। इसके साथ ओबीसी वर्ग की गरीब बेटियों की शादी अनुदान योजना में सरकार ने डेढ़ सौ करोड़ से बढ़ाकर दो सौ करोड़ किया। जिससे अधिक से अधिक गरीब बेटियों को शादी अनुदान योजनाओं का लाभ दिया जा सके। यह बात बुधवार को कानपुर नगर में समीक्षा करने पहुंचे पिछड़ा वर्ग कल्याण एवं दिव्यांगजन सशक्तिकरण विभाग उप्र के राज्यमंत्री नरेन्द्र कश्यप ने कही।
उन्होंने कहा कि अन्य पिछड़ा वर्ग के बच्चों को निःशुल्क ट्रिपल सी कंप्यूटर प्रशिक्षण देकर रोजगार से जोड़ने का कार्य सरकार ने किया। साथ ही नि:शुल्क छात्रावास, उपलब्ध कराया गया। इसके साथ योगी सरकार ने ओबीसी वर्ग की गरीब बेटियों को अधिक से अधिक संख्या बढ़ाने के लिए इस वर्ष ने आय सीमा को बढ़ाकर एक लाख कर दिया। जो पहले ग्रामीण क्षेत्रों में वार्षिक आय सीमा 46 हजार थी और शहरी क्षेत्र में 55 हजार थी, जिससे पिछड़े वर्ग की गरीब बेटियों का इसका लाभ कम संख्या में प्राप्त होता था। जिसे मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आय सीमा को एक लाख कर दिया।
दिव्यांगजनों को प्रतिमाह एक हजार पेंशन उपलब्ध कराई जा रही थी, जो 2017 के पूर्व मात्र तीन सौ रुपये प्रति माह मिलती थी। दिव्यांगजनों को निःशुल्क यात्रा, दुकान चलाने के लिए दस हजार की आर्थिक सहायता दी जा रही है और दुकान निर्माण के लिए 20 हजार रुपये दिया जा रहा है। आज मै इन्हीं योजनाओं की समीक्षा करने आया हूं, सरकार लगातार दिव्यांगजनों एवं पिछड़े वर्ग को जो सुविधाएं दी रही है वह कितनी जमीन पर पहुंची और अब आगे क्या करने की आवश्यकता है। समीक्षा बैठक करके अधिकारियों को योजनाओं को जनता तक पहुंचाने का निर्देश दिया है।
इस मौके पर गोविन्द नगर विधायक सुरेन्द्र मैथानी, जिलाध्यक्ष कानपुर एवं कानपुर दक्षिण और पिछड़ा वर्ग कल्याण विभाग कानपुर मंडल के उप निदेशक लालमणि मौर्य, कानपुर मंडल के दिव्यांगजन सशक्तिकरण विभाग के उपनिदेशक राकेश कुमार, जिला पिछड़ा वर्ग कल्याण अधिकारी वीरपाल , जिला दिव्यांगजन सशक्तीकरण अधिकारी विनय उत्तम सहित अन्य अधिकारी उपस्थित रहे।
(Udaipur Kiran)
(Udaipur Kiran) / रामबहादुर पाल / आकाश कुमार राय