
शिवपुरी, 13 नवंबर (Udaipur Kiran) । शिवपुुरी जिले के सुभाषपुरा थाना अंतर्गत अजय सिंह की हत्या के मामले में फरार उसके भाई एएसआई भानूप्रताप सिंह तोमर को पुलिस सेवा से पृथक कर दिया गया है। अपने भाई की हत्या के मामले में फरार इंदौर में पदस्थ एएसआई लगातार ड्यूटी से गैरहाजिर और षड्यंत्रकारी प्रवृत्ति के होने पर उसे पुलिस सेवा से पृथक किया गया है।
इंदौर के एडिशनल डीसीपी राजेश दंडोतिया ने बताया कि डीसीपी मुख्यालय प्रकाश परिहार ने एएसआई भानूप्रताप सिंह तोमर को अनुशासनहीनता, षड्यंत्रकारी प्रवृत्ति और कादाचरण के कारण पुलिस की सेवा से पृथक कर दिया हैं। जांच में पता चला कि डीसीपी मुख्यालय के कार्यालय में पदस्थ एएसआई भानू प्रताप सिंह का सुभाषपुरा थाना, शिवपुरी में हुए गोलीकांड में नाम सामने आया था। उस मामले में वह फरार था। वहां की पुलिस ने उस पर 10 हजार का ईनाम घोषित किया था।
हत्याकांड में आरोपी होने के बाद से वह गैरहाजिर होकर फरार चल रहा था। वहीं अधिकारी ने जांच में पाया कि 21 जुलाई 2025 से पांच दिन के लिए भानू प्रताप ने छुट्टी ली थी। इस बीच उसके भाई की हत्या हो गई। फिर पता चला कि 24 जुलाई को भानूप्रताप ने इंदौर आकर कार्यालय में थंब इंप्रेशन कर अपनी उपस्थिति दर्ज करवाई थी। जबकि उसके भाई अजय का 23 जुलाई को हत्या हुई थी। बाद में इंदौर पुलिस को पता चला कि शिवपुरी पुलिस ने एएसआई को हत्याकांड में आरोपी बनाया है। एएसआई तभी से फरार है। सूत्रों ने बताया है कि जो सूचना मिल रही है उसके अनुसार यह आरोपी विदेश भाग गया है। शिवपुरी की सुभाषपुरा पुलिस इस आरोपी की तलाश में जुटी है।
वहीं पुलिस सूत्रों की माने तो एएसआई भानूप्रताप सिंह तोमर के भाई अजय सिंह ने अपने पिता पुलिस निरीक्षक हनुमान सिंह तोमर की गोली मार हत्या की थी। वारदात के समय भानू पर भी आरोपी अजय ने जानलेवा हमला किया था। इसके बाद अजय को जेल हो गई। इस बीच पिता की मौत पर भानुप्रताप सिंह की पुलिस विभाग में अनुकंपा नियुक्ति हुई। भानू को एएसआई का पद मिला। जुलाई 2025 में पैरोल पर छूटे उसके भाई की हत्या हो गई। तब पुलिस जांच में सामने आया कि हत्याकांड की साजिश भानू ने रची थी। उसने एक बदमाश की मदद से भाई अजय की हत्या करवाई थी। जब भानू की असलियत सामने आई तो उस पर शिवपुरी पुलिस ने केस दर्ज कर लिया।
(Udaipur Kiran) / रंजीत गुप्ता